मधुपुर. अनुमंडलीय अस्पताल सभागार में चल रहे तीन दिवसीय इंटीग्रेटेड मैनेजमेंट ऑफ नियोनेटल व चाइल्डहुड इलनेसेस, ईआईएमएनसीआई प्रशिक्षण गुरुवार को संपन्न हो गया. प्रशिक्षण में सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिर की सीएचओ, शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के एएनएम ने भाग लिया. इस अवसर पर उपाधीक्षक डाॅ शाहिद ने बताया कि आईएमएनसीआई एक एकीकृत दृष्टिकोण है. इसका उद्देश्य बच्चों की मृत्यु दर, बीमारी और विकलांगता को कम करना है. पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों के स्वास्थ्य वृद्धि और विकास को बढ़ावा देना है. राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत नवजात व बाल स्वास्थ्य पर रणनीति बनाना इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है. इसमें बीमार शिशुओं और बच्चों की पोषण, टीकाकरण की स्थिति का आकलन भी शामिल है. बच्चों की देखभाल के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया गया. कहा कि मां को भी यह सीखाना है कि उपचार कैसे किया जाये. साथ ही क्लीनिक से कब वापस लाया जाये. इस बारे में भी जानकारी दी गयी. यह डब्ल्यूएचओ यूनिसेफ के जेनेरिक एकीकृत बाल रोग प्रबंधन रणनीति का भारतीय अनुकूलन है. प्रशिक्षक ने डाटा संधारण के बारे में भी विस्तारपूर्वक बताया ताकि आंकड़ों का सही पता लगाया जा सके. मौके पर डाॅ रंजीत श्रीवास्तव, डीएफवाई को-ऑर्डिनेटर अमित अग्रवाल, जिला को-ऑर्डिनेटर मो. मजहरूल हक, प्रशांत सौरव, दामोदर वर्मा, सीएचओ रश्मि कुमारी, निराला रोज मरांडी, सुनीता कुमारी, एएनएम नूतन कुमारी, सुरबाला सुमन, मीरा कुमारी, जूलियाना टुडू, संगीता कुमारी, कैटरीना मरांडी, रीना सिन्हा, प्रतिमा कुमारी समेत सभी सीएचओ व एएनएम मौजूद थे. ————— तीन दिवसीय इंटीग्रेटेड मैनेजमेंट ऑफ नियोनेटल व चाइल्डहुड इलनेसेस, ईआईएमएनसीआई प्रशिक्षण संपन्न
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