वरीय संवाददाता, देवघर : देवघर पुलिस को एक बार फिर साइबर अपराधियों के खिलाफ सफलता हाथ लगी है. गुप्त सूचना पर साइबर थाने की विशेष टीम ने सारवां थाना क्षेत्र के बाराटांड़ गांव के समीप जंगल में छापेमारी कर चार साइबर आरोपियों को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया. आरोपी फर्जी सरकारी अधिकारी बनकर आमलोगों को झांसे में लेकर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे थे. पुलिस ने गिरफ्तार आरोपितों की पहचान मधुपुर थाना क्षेत्र के नबी बक्स रोड भेड़वा निवासी विकास कुमार दास, पाथरौल थाना क्षेत्र के बिल्ली गांव निवासी कुंदन कुमार दास, सारठ थाना क्षेत्र के सगरुबाद गांव निवासी अजय कुमार दास व पथरड्डा ओपी क्षेत्र के गोबरशाला गांव निवासी ललन महरा के रूप में की है. ये सभी आरोपी खुद को क्रेडिट कार्ड अधिकारी, बैंक प्रतिनिधि या फिर कस्टमर केयर अधिकारी बताकर लोगों को कॉल करते थे और केवाइसी अपडेट, पीएम किसान योजना या एसबीआइ क्रेडिट कार्ड से जुड़ा हुआ फर्जी लिंक भेजते थे. पूछताछ में आरोपितों ने स्वीकार किया है कि वे विभिन्न मोबाइल नंबरों से उपभोक्ताओं को कॉल करते थे और उन्हें भ्रमित कर गोपनीय बैंकिंग जानकारी हासिल कर उनके खाते से पैसे उड़ा लेते थे. पुलिस ने इनलोगों के पास से पांच मोबाइल फोन और छह सिम कार्ड जब्त किये हैं. बरामद मोबाइल नंबरों के खिलाफ पहले से ही कई ऑनलाइन ठगी की शिकायतें दर्ज मिली हैं. पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि जंगल क्षेत्र में कुछ लोग फर्जी अधिकारी बनकर साइबर ठगी में लगे हुए हैं. सूचना पर विशेष छापेमारी टीम गठित की गयी. साइबर थाना के इंस्पेक्टर हरदियुस टोप्पो, एसआइ प्रफुल्ल कुमार मांझी और सशस्त्र बलों की संयुक्त टीम ने इलाके की घेराबंदी कर दोनों आरोपियों को मौके से गिरफ्तार किया. गिरफ्तार साइबर ठगों को पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. पुलिस अब इनके नेटवर्क और अन्य साथियों की तलाश में जुट गयी है. हाइलाइट्स -पुलिस ने पांच मोबाइल सहित छह सिम कार्ड जब्त किये -बरामद मोबाइल नंबरों के खिलाफ ऑनलाइन ठगी की कई शिकायतें पहले से दर्ज -सारवां थाना क्षेत्र के बाराटांड़ जंगल में गुप्त सूचना पर पुलिस ने की छापेमारी
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