करौं. स्थानीय कर्णेश्वर शिव मंदिर में सावन मासव्यापी को लेकर भोलेनाथ का अभिषेक, संकीर्तन, शिव महिमा कथा व भजन संध्या आदि धार्मिक अनुष्ठान के साथ यज्ञ-होम का विधि सम्मत आयोजन कर पूर्णाहुति हुआ. इस अवसर पर पुजारी सरोज ने अग्निमंत्र से अग्निदेव का आह्वान करते यज्ञ स्थल पर रखें सूखी लकड़ी पर आग दिया. यज्ञ के चारों तरफ बैठे श्रद्धालुओं ने स्वाहा-स्वाहा के स्वरों से नाना प्रकार के नैवद्य, घी, जलंत यज्ञ कुंड में डालते गये. अनुष्ठान को लेकर पूरा क्षेत्र हर-हर महादेव के जयकारा से गुंजायमान हो उठा. सभी देवी-देवताओं के सामूहिक रूप से उच्चारण करते हुए यज्ञ में घी अर्पित किया गया. प्रवचन देते पुजारी ने सावन माह व सावन में शिव पूजा और सावन पूर्णिमा के महत्ता को बताते हुए कहा कि ॐ नमः शिवाय के जयघोष से पूरे वातावरण में भक्ति, शक्ति और प्रकृति का संगम हो जाता है. वहीं, अन्नदाता मेहनती किसानों हरियाली उगाने में तत्पर दिखते हैं. शिव उपासना के लिए विधि-विधान की आवश्यकता नहीं शिव भगवान भाव से ही पलभर में संतुष्ट हो जाते हैं. यज्ञ-होमादि के पश्चात श्रद्धालुओं के माथे पर यज्ञ-राख का टीका लगाया गया. मौक पूजा समिति के पूर्णानंद राय, देवदत पुजारी, हराधन पुजारी आदि मौजूद थे. हाइलार्ट्स : कर्णेश्वर शिव मंदिर में मासव्यापी अनुष्ठान का आयोजन
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