संवाददाता,देवघर . सोमवार को संक्रांति और पहला वैशाख माह आरंभ होने के अवसर पर बाबा मंदिर में काफी भीड़ देखी गयी. आये भक्तों को सुलभ जलार्पण कराने को लेकर बाबा मंदिर प्रभारी सह एसडीएम रवि कुमार व सहायक मंदिर प्रभारी संतोष कुमार सुबह से ही मोरचा संभाले दिखे . बावजूद मंदिर का पट बंद रात आठ बजे को हुआ. हर दिन जैसे कूपन व्यवस्था कुछ देर जारी रखने के बाद बंद कर दिया जाता था लेकिन भीड़ के बावजूद लगातार कूपन व्यवस्था को जारी रखा गया और भीड़ नियंत्रण के लिए एसडीएम स्वयं सीसीटीवी के माध्यम से कंट्रोल करने के लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश देते दिखे.
सरदारी पूजा संपन्न होते ही सहायक मंदिर प्रभारी प्रशासनिक भवन में आये और सभी तरह की वीआइपी सुविधा को रोक दिया. वहीं सुबह करीब आठ बजे मंदिर प्रभारी भी पहुंच गये. लेकिन वीआइपी गेट से लेकर पूरा भीतरखंड कार्यालय पैक देख कर उन्होंने सबसे पहले बाबा मंदिर थानेदार को बुलाकर भीड़ कंट्रोल करने के लिए निर्देश दिया. उसके बाद एसडीएम स्वयं सहायक प्रभारी व पुलिस बल के साथ भीड़ को कंट्रोल करने में लग गये. उसके बाद कूपन वाले कतार को व्यवस्थित कर लगातार टी जंक्शन को निर्देश देकर कतार को संचालित कराते रहे. दोनों अधिकारी दोपहर करीब पौने तीन बजे तक बाबा मंदिर में दिखे. भीड़ होने के बावजूद सुलभता पूर्वक पांच हजार से अधिक भक्तों ने शाम चार बजे तक कूपन लेकर जलार्पण किया. भीड़ होने के बावजूद कूपन वाले रास्ते में आधे घंटे से लेकर 45 मिनट के अंदर कूपन लेने वाले जलार्पण कर बाहर निकल रहे थे. वहीं आम कतार में भक्तों को दो से तीन घंटे का समय लग रहा था.मंदिर में खड़े रहने तक की नहीं मिल रही थी जगह
बाबा मंदिर में सोमवार को इतनी भीड़ थी कि लोगों को मंदिर में खड़े रहने के लिए भी जगह नहीं मिल पा रही थी. वहीं भीड़ के कारण भक्तों को एक मंदिर से दूसरे मंदिर में भी जाने के लिए काफी परेशानी हो रही थी. भीड़ के कारण लोग परिसर में व्यस्थित होकर एक जगह कुछ देर के लिए खड़े भी नहीं हो पा रहे थे.. शाम के चार बजे के बाद भीड़ में थोड़ी कमी देखी गयी. पट बंद होने तक एक लाख से अधिक भक्तों ने जलार्पण किया. जिसमें 5094 लोगों ने कूपन लेकर जलार्पण किया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है