Deoghar Crime News: देवघर जिले के देवीपुर थाना क्षेत्र के बड़ा मेरखी गांव निवासी किराना दुकानदार और उसके बेटे को कार और दो बाईक से पहुंचे 10-12 अपराधियों ने बुधवार देर फिरौती के लिए अगवा कर लिया. दोनों पिता-पुत्र को अपराधियों ने पहले एक जंगल में ले जाकर मारपीट की. जैसे ही उन्हें भनक लगी कि पुलिस को मामले की जानकारी हो गयी है, अपहर्ताओं ने पिता-पुत्र को कार में रात भर शहर में घुमाया. बाद में पुलिस की दबिश बढ़ी, तो गुरुवार अहले सुबह जगदीशपुर आम बागान के समीप पिता-पुत्र को छोड़कर भाग गये. अपराधियों की मारपीट से घायल दोनों पिता-पुत्र को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस पिता-पुत्र के अपहरण में शामिल अपराधियों का पता लगाने में जुटी है.
संजू देवी ने देवीपुर थाने में दर्ज करायी शिकायत
इस सिलसिले में ढकढका गांव निवासी संजू देवी ने देवीपुर थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए कार्रवाई की मांग की है. संजू देवी के पति किशन ने बड़ा मेरखी गांव में जमीन खरीदकर घर बनाया है. वहीं रहकर बेटे के साथ किराना दुकान चलाता है. वर्ष 2020 में साइबर थाने की पुलिस ने किशन को जेल भेजा था. जेल से निकलने के बाद किशन ने दुकान खोल ली. जानकारी हो कि इन दिनों पुलिस के वेश में अपराधी साइबर आरोपितों के घरों में दस्तक देकर लूटपाट, अपहरण जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं.
- देवीपुर इलाके में 10-12 अपराधियों ने घटना को दिया अंजाम
- अपहरण कर ले गये जंगल, मारपीट कर किया घायल
- पुलिस दबिश में दोनों को जगदीशपुर आम बगान के पास छोड़ भागे
- सदर अस्पताल में भर्ती कर दोनों का कराया जा रहा इलाज
अपराधियों ने गमछे से ढंक रखा था चेहरा, पिस्तौल से थे लैस
बुधवार देर शाम उसके पति किशन दास और बेटा चंदन दास को 2 बाईक और एक कार पर सवार होकर पहुंचे 10-12 अपराधियों ने मारपीट करते हुए गाड़ी पर बैठा लिया. अपराधियों ने दोनों की रिहाई के लिए 5 लाख रुपए की मांग की. अपराधियों के पास पिस्तौल थी. सभी ने गमछे से अपना मुंह ढक रखा था. फिरौती की रकम मांगने के लिए उनके पति की मोबाईल से ही एक परिजन को कॉल किया था. फोन पर अपराधियों ने धमकी दी कि पैसे नहीं मिलने पर दोनों को जान मार देंगे. अपराधियों ने रकम लेने के लिए 2 बार कॉल किया था.
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महिला की शिकायत पर पुलिस ने शुरू की घेराबंदी
संजू ने पति और बेटे के अपहरण की शिकायत दर्ज करायी. इसके बाद देवीपुर थाने की पुलिस ने तत्काल तकनीकी जांच शुरू की. पुलिस अपराधियों की घेराबंदी का भी प्रयास करने लगी. जैसे ही अपराधियों को पुलिस के सक्रिय होने की सूचना मिली, वे अपहृत पिता-पुत्र को जगदीशपुर आम बागान के पास छोड़कर भाग खड़े हुए. इसी बीच, कोयला लेकर आ रहे एक साइकिल वाले को रोककर पीड़ित पिता-पुत्र ने उसके मोबाइल से परिजनों से संपर्क किया. उन्हें बताया कि अपराधियों के चंगुल से वे मुक्त हो चुके हैं. परिजनों ने इसकी सूचना देवीपुर थाने में दी. इसके बाद परिजन जगदीशपुर आम बागान पहुंचे, जहां किशन और चंदन से पुलिस को वीडियो कॉल कर बात करायी. इसके बाद परिजन दोनों को लेकर पहले थाने आये, फिर इलाज कराने के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया.
पीड़ित ने बताया- अपराधियों ने किया टॉर्चर
किशन दास ने बताया कि अपराधियों ने उसके साथ मारपीट करते हुए 4 प्लस्टिक के डंडे तोड़ दिये. उसे बहुत मारा और टॉर्चर किया. उसने बताया कि गाड़ी में बैठाने के बाद गमछे से मुंह बांधकर दोनों पिता-पुत्र को अपराधियों ने सीट के नीचे बैठाये रखा. अपराधी दुकान से 7000 रुपए, 2 बोरा चावल, एक बोरा आटा, एक बोरा चीनी और अन्य सामान गाड़ी में लादकर ले गये.
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