प्रतिनिधि, मोहनपुर. एक ओर सरकार रेल सुविधाएं बढ़ाने के दावे कर रही है, वहीं दूसरी ओर मोहनपुर जंक्शन पर इंटरसिटी एक्सप्रेस जैसी महत्वपूर्ण ट्रेन के नहीं रुकने से स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हर दिन सैकड़ों यात्री देवघर या जसीडीह, घोरमारा जैसे दूर दराज वाले स्टेशनों तक जाकर ट्रेन पर चढ़ते है, जो कि मोहनपुर से करीब 10 से 20 किमी की दूरी पर स्थित हैं. इससे न केवल समय की बर्बादी होती है, बल्कि अतिरिक्त खर्च भी उठाना पड़ता है. स्थानीय लोगों ने कई बार रेलवे प्रशासन से मांग की है कि इंटरसिटी एक्सप्रेस को मोहनपुर में ठहराव दिया जाये, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है.
छात्रों और मरीजों को होती है खास परेशानी
मोहनपुर और आसपास के गांवों से रांची,पटना या अन्य शहरों में पढ़ाई करने वाले छात्र, इलाज कराने वाले मरीज और नौकरीपेशा लोग इस ट्रेन से सफर करते हैं. लेकिन ट्रेन का ठहराव नहीं होने के कारण उन्हें पहले सड़क मार्ग से अन्य स्टेशन जाना पड़ता है, जिससे लोगों को काफी असुविधा होती है.जनप्रतिनिधियों से सिर्फ आश्वासन मिलने से लोगों में रोष
ट्रेन के ठहराव को लेकर कई बार जनप्रतिनिधियों ने भी आवाज उठायी, लेकिन अब तक कोई ठोस पहल नहीं होता देख लोगों में रेलवे प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के प्रति भी नाराजगी देखने को मिल रही है. स्थानीय ग्रामीण शंकर यादव, महावीर यादव, मनोज यादव, दिनेश यादव, मनोज मंडल, संतू दास,अरविंद यादव आदि ने मांग की है कि देवघर-दुमका इंटरसिटी एक्सप्रेस का ठहराव मोहनपुर जंक्शन पर तत्काल प्रभाव से सुनिश्चित किया जाये. ताकि आम जनता को राहत मिल सके. लोगों ने कहा कि आने वाले समय में ट्रेन के ठहराव को लेकर आंदोलन का रास्ता भी अख्तियार कर सकते हैं.
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