मधुपुर. इस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन के केंद्रीय महासचिव अमित घोष ने मंगलवार शाम को मधुपुर स्टेशन पहुंचे. जहां रेल कर्मियों के साथ उन्होंने यूनियन कार्यालय में विभिन्न समस्या व संगठन को लेकर बैठक की. इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री घोष ने कहा कि केंद्र की सरकार केवल अडानी, अंबानी जैसे कॉर्पोरेट घरानों के लिए काम कर रही है. देश की जनता से सिर्फ टैक्स वसूली कर रही है. कहा कि सरकार को जनता की मन की बात सुनना चाहिए, लेकिन वे अपनी मन की बात सुनते है. केंद्र सरकार रेल कर्मियों के विरोध में काम कर रही है. आज कई सेक्टरों में कर्मियों से आठ घंटे की जगह जोर-जबरदस्ती कर 12 घंटे तक काम लिया जा रहा है, लेकिन उन्हें पेंशन नहीं देना चाहती है. उन्होंने कहा कि श्रम कानून बाबा साहब आंबेडकर ने बनाया था. जिसे यह सरकार खत्म करना चाहती है. इसे होने नहीं देंगे. केंद्रीय महासचिव ने कहा कि सांसद लोग बिना काम का पेंशन ले रहा है. जबकि कर्मचारी लगातार काम कर रहा है, लेकिन उसे पेंशन नहीं दे रहा है. पेंशन लेना कर्मचारियों का हक है इसे कोई सरकार बंद नहीं कर सकती है. इसे लड़कर लेंगे. उन्होंने कहा कि सभी सामान विचारधारा के साथ वे लोग मिलकर लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि हमारा यूनियन कोई राजनीतिक संगठन नहीं है. रेल कर्मियों के हक के लिए संघर्ष करते है और आवाज उठाते हैं. कहा कि 22, 23 व 24 दिसंबर को लखनऊ में यूनियन का केंद्रीय स्तर का कांफ्रेंस होगा. कहा कि रेलवे में जो नये कर्मी आ रहे है उन्हें जागरुक करने का काम किया जा रहा है, जिसमें रेलमंत्री भी भाग लेंगे. इसमें पहुंचकर रेल कर्मी अपनी बातों को रखेंगे. मौके पर केंद्रीय कमेटी के वित्त सचिव कृष्णनेंदु मुखर्जी, केंद्रीय उपाध्यक्ष अनिल राय, मधुपुर शाखा सचिव बलदेव महतो, डीके मिश्रा, वकील यादव समेत अन्य रेल कर्मी मौजूद थे. हाइलार्ट्स : इस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन के महासचिव ने कर्मियों के साथ की बैठक, कहा रेल कर्मियों के विरोध में काम कर रही है केंद्र सरकार
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