उदासीनता. बीड़ी बनाकर कट रही लोगों की जिंदगी, सुविधाएं हैं नहीं, संसाधन का भी अभाव, गांव में 175 घर
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168 घरों में शौचालय नहीं, गांव कैसे होगा आदर्श
उदासीनता. बीड़ी बनाकर कट रही लोगों की जिंदगी, सुविधाएं हैं नहीं, संसाधन का भी अभाव, गांव में 175 घर केवल सात घरों में ही शौचालय 95 प्रतिशत आबादी खुल में शौच जाने को मजबूर गांव की मुख्य गली बन गयी है नाली अबतक धरातल पर नहीं उतरी योजना सारठ : सारठ प्रखंड के पथरडडा पंचायत […]
केवल सात घरों में ही शौचालय
95 प्रतिशत आबादी खुल में शौच जाने को मजबूर
गांव की मुख्य गली बन गयी है नाली
अबतक धरातल पर नहीं उतरी योजना
सारठ : सारठ प्रखंड के पथरडडा पंचायत में लगभग ढाई हजार की अनुसूचित जाति की आबादी वाला गांव है बरदही. गांव में लगभग 1012 मतदाता हैं. मतदाता हैं तो चुनाव के दौरान वोट मांगने वाले नेता भी पहुंचते हैं. लेकिन वोटों के आश्वासन के बाद जीतने वालाें ने इस गांव की ओर कभी ध्यान नहीं दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना का शुभारंभ किया और प्रखंड से बरदही गांव का भी चयन किया गया तो ग्रामीणों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा.
लेकिन कुछ ही समय में यह योजना विभाग के ठंडे बस्ते में चली गयी और ग्रामीण फिर निराश हैं. 175 घरों की आबादी वाले इस गांव में मात्र सात घरों में शौचालय है. जिनके घरों में शौचालय नहीं है वे तो अब स्वच्छ भारत मिशन का सपना पूरा करने के लिए दूसरों के घरों में तो नहीं जा सकते लिहाजा पतरो नदी के किनारे ही खुले में शौच जा रहे हैं. घरों से पानी निकासी के लिए नाली नहीं रहने के कारण गांव की मुख्य गली ही अब नाली में बदल गयी है. साफ-सफाई तो यहां के लिए दूर की बात है.
हर जगह पसरी गंदगी स्वच्छता अभियान की पोल खोल रही है. पंचायत की मुखिया है माला देवी, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि मुखिया मधुपुर में ही रहती है तो गांव का विकास कैसे होगा. जीविकोपार्जन के लिए कुटीर उद्योग के रूप में अधिकांश परिवार बीड़ी मजदूरी करके ही भरण-पोषण करने को मजबूर हैं. कई घरों में तो बिजली ही नहीं है. संसाधान विहीन गांव में शिक्षा की गुणवत्ता भी निम्न स्तर की है. बरदही गांव के कार्तिक मेहरा, विश्वजीत विकास, संतोष मेहरा,सोना मेहरा, भरत मेहरा, स्वरूप कुमार मेहरा, ललन कुमार, लक्ष्मण कुमार, बसंत कुमार दास, नारायण मेहरा आदि ने कहा कि आदर्श ग्राम के लिए करीब सात-आठ महीने पहले बैठक की गयी. पंजी में ग्रामीणों ने हस्ताक्षर भी कर दिया. लेकिन समिति का चयन गलत तरीके से किया गया. प्रखंड कार्यालय में भी लिखित शिकायत देकर विरोध किया पर कोई सुनवाई नहीं हुई.
क्या कहती है मुखिया
पथरडडा पंचायत की मुखिया माला देवी जो कि खुद बरदही गांव की भी है बताती है कि प्रधानमंत्री आर्दश गांव के रूप में चयन होना ही एक बड़ी बात है. आने वाले दिनों में यह समस्या विहीन गांव होगा. इसकी कागजी प्रक्रिया जारी है. गांव मॉडल दिखेगा भी ओर योजना धरातल पर उतरेगा भी. ग्रामीण धैर्य रखें.
कहती है बीडीओ
बीडीओ निशा कुमारी सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम के लिए चयनित बरदही गांव का का सर्वे हो चुका है. रिपोर्ट जा चुका है. गांव में विभिन्न विभागों द्वारा एक साथ विकास कार्य किया जायेगा. तमाम विकास योजना गांव के धरातल पर उतरेगी. विभाग से जैसे ही फंड आता है, विकास कार्य शुरू हो जायेगा.
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