हाइस्कूलों से डिमांड के अनुसार सूची कल्याण विभाग को उपलब्ध नहीं कराये जाने की स्थिति में कल्याण विभाग ने मार्च क्लोजिंग के दौरान एक करोड़ रुपये मुख्यालय को वापस भेज दिये. इससे सैकड़ों ओबीसी वर्ग के छात्र छात्रवृत्ति से वंचित रह गये, जबकि हाइस्कूलों द्वारा सातवीं से 10वीं कक्षा तक के एससी, एसटी व कुछ ओबीसी छात्रों की सूची मार्च से पहले कल्याण विभाग को उपलब्ध करा दिये जाने के कारण उन्हें भुगतान कर दिया गया.
हाइस्कूलों द्वारा सभी ओबीसी छात्रों की सूची नहीं भेजे जाने से अधिकांश छात्र वंचित रहे गये. कल्याण विभाग द्वारा बार-बार हाइस्कूलों से सूची मांगी गयी थी. विभाग के अनुसार हाइस्कूल के स्तर से वंचित ओबीसी छात्रों का बैंक खाता आधार लिंक में जोड़कर सूची समय पर नहीं भेजे जाने कारण छात्रवृत्ति की राशि खाते में नहीं भेजी जा सकी.