पारंपरिक हथियार के साथ पहुंचे थे सदस्य
निकाह के वक्त मिली जमीन हड़पने का आरोप
दूसरे पक्ष ने लगाया दूसरे के हिस्से की जमीन लेने का आरोप
महिला के पक्ष में फैसला सुनाने के बाद तनाव
पालोजोरी : हुल झारखंड क्रांति दल की ओर से दो अप्रैल को पालोजोरी के बेदगांवा नावाडीह गांव में दिशोम बैसी का अायोजन किया गया. दिशोम बैसी का आह्वान बेदगांवा नावाडीह की सजबीना खातून द्वारा किया गया था. सजबीना खातून का आरोप था कि उसके छह कट्ठा जमीन को अपने ही लोगों द्वारा हड़पा जा रहा है.
दिसोम बैसी में हुल झारखंड क्रांति दल के दर्जनों सदस्य पारंपरिक हथियार के साथ पहुंचे थे. वहीं दूसरे पक्ष के भी लगभग ढाई सौ से तीन सौ लोगों ने इसमें भाग लिया. क्रांति दल के सदस्यों ने दोनों पक्ष से जानकारी ली. जिसके तहत वर्षों पूर्व सबजीना का निकाह कराने वाले मौलवी से भी बात की. मौलवी ने बताया कि रजिस्टर में निकाह के समय छह कट्ठा जमीन देने का जिक्र है. जबकि दूसरे पक्ष का कहना था कि जिस जमीन को सबजीना निकाह के समय दिए जाने की बात कर ही है वह जमीन एक संयुक्त संपत्ति थी. जिसके कई हिस्सेदार हैं. ऐसे में दूसरे के हिस्से की जमीन कोई दान में नहीं दे सकता. सुनवाई के बाद सदस्यों ने सजबीना के पक्ष में अपना फैसला सुनाते हुए जमीन पर सजबीना का हक बता दिया. दल के निर्णय के बाद गांव में तनाव देखा जा रहा है.
पुलिस प्रशासन रहा मूक दर्शक
हुल झारखंड क्रांति दल के दिसोम बैसी को लेकर पुलिस प्रशासन विधि व्यवस्था को बनाये रखने के लिए बेदगांवा नावाडीह में मुस्तैद थे. लेकिन पूरे कार्यक्रम के दौरान पुलिस व प्रशासनिक महकमा मूकदर्शक बनी रही. मौके पर पालोजोरी एएसआई झुलन सिंह व सच्चिदानंद सिंह पुलिस बल के साथ बेदगांवा में तैनात थे. दिसोम बैसी कार्यक्रम सुबह के 11 बजे से शाम चार बजे तक चला.