देवघर:जिला बल के एक निलंबित आरक्षी ने राज्य के डीजीपी को पत्र भेज कर न्याय की गुहार लगायी है. उक्त आरक्षी ने दिवा पदाधिकारी समेत संघ के दो सदस्यों पर एकमत होकर पारिवारिक आवास पहुंचकर गाली-गलौज व मारपीट का आरोप लगाया है. पत्र में यह भी जिक्र है कि घटना को लेकर उसने 21 अगस्त को ही जसीडीह थाना में आवेदन दिया था, जिसपर संघ के दबाव में कोई कार्रवाई भी नहीं की गयी. घटना के नौ दिन बीतने के बाद भी थाना के स्तर से कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
उक्त आरक्षी ने मामले की जांच कराने की अपील की है. पत्र में थाना को दिये गये आवेदन की छायाप्रति सहित आवास के आसपास के लोगों द्वारा एसपी को दिये पत्र की छायाप्रति भी संलग्न किया गया है.
पत्र में जिक्र है कि 18 अगस्त को उसे सीसीआर के अंगरक्षक का कमान प्राप्त हुआ था, जिसके एवज में दिवा कार्यालय के मुंशी पर उसने 19 अगस्त को तीन हजार रुपया मांगे जाने का आरोप लगाया. रात को उसी दिन मारपीट करने व पारिवारिक आवास के समीप आकर गाली-गलौज करने का भी आरोप लगाया गया है. पत्र में यह भी जिक्र है कि उसकी शिकायत पर न ही थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई और न ही किसी पदाधिकारी द्वारा आवास के आसपास पहुंच कर जांच किया गया. उल्टे निलंबित भी करा दिया गया. लिखा है कि पूरे मामले की सच्चाई तभी सामने आ सकती है, जब स्वयं एसपी मामले की जांच करें अन्यथा उसके पास जान देने के सिवा कोई दूसरा राह भी नहीं है.