नतीजा वेतन के अभाव में नवनियुक्त शिक्षकों के समक्ष आर्थिक संकट गहरा गया है. सबसे ज्यादा मुश्किलें दूसरे जिले के चयनित नवनियुक्त शिक्षकों को हो रही है. उन्हें आवास से लेकर खाना-पीने तक का इंतजाम के लिए दूसरों का सहारा लेना पड़ रहा है.
विभागीय पदाधिकारी नवनियुक्त शिक्षकों के शैक्षणिक प्रमाण पत्र के सत्यापन के बाद वेतनादि भुगतान का भरोसा दे रहे हैं. लेकिन, उनके शैक्षणिक प्रमाण पत्रों का सत्यान कब तक पूरा होगा, इस बारे में विभागीय पदाधिकारी स्पष्ट जानकारी नवनियुक्त शिक्षकों को नहीं दे रहे हैं. नवनियुक्त शिक्षकों ने डीसी से लेकर विभाग के आलाधिकारी से अनुरोध कर चुके हैं कि प्रमाण पत्र के सत्यापन में विलंब होने की स्थिति में शपथ पत्र के आधार पर भुगतान सुनिश्चित किया जाये. लेकिन, विभाग तैयार नहीं है. इससे पहले निर्देशानुसार नवनियुक्त शिक्षकों को बुनियादी शिक्षा की जानकारी देने के लिए विशेष आवासीय प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण के बाद नवनियुक्त शिक्षकों को स्कूलों में पदस्थापित किया गया था.