देवघर: मोहनपुर अंचल में कर्मियों के बीच आपसी विवाद चरम पर है. कार्य में लापरवाही के आरोप में जिस कर्मी (लिपिक) के खिलाफ सीओ शैलेश कुमार ने डीसी को रिपोर्ट कर दी, उक्त कर्मी ने बुधवार को आचानक 10:20 में सुबह कार्यालय पहुंचे प्रधान लिपिक समेत पांच कर्मियों की हाजिरी काट दी. नियमानुसार उपस्थिति पंजी में हाजिरी काटने का अधिकार सीओ या प्रधान लिपिक ही होते हैं. लेकिन मोहनपुर अंचल कार्यालय में बुधवार को लिपिक ने प्रधान लिपिक की हाजिरी काट दी.
दरअसल बुधवार को मोहनपुर सीएचसी में योगा शिविर से लौटने के बाद मोहनपुर अंचल के प्रधान सहायक शंभु प्रसाद सिंह समेत अन्य कर्मी अंचल कार्यालय में ही बॉयोमिट्रिक सिस्टम से अपनी हाजिरी बनाने करीब 10 बजे चले गये. सभी एक-एक कर बॉयोमिट्रिक सिस्टम से अपनी हाजिरी बना ही रहे थे तभी लिपिक वीरेंद्र ठाकुर अंचल कार्यालय पहुंचे तो उपस्थिति पंजी में पहले अपनी हाजिरी बनायी व उसके बाद प्रधान लिपिक शंभु प्रसाद सिंह, नाजिर राजेश कुमार, लिपिक सुधान्य मांझी, चौकीदार सत्यनारायण यादव व अनुसेवक लखन प्रसाद की हाजिरी काटते हुए 10:20 बजे पंजी में अंकित कर दिया.
इसकी सूचना मिलने पर सीओ शैलेश कुमार ने बॉयोमिट्रिक मशीन की प्रिंट समेत लिपिक वीरेंद्र ठाकुर से भी जवाब मांगा है कि आखिर किस अधिकार उन्होंने कर्मियों की हाजिरी काटी. इससे पहले सीओ ने 15 जून को वीरेंद्र ठाकुर से शो-कॉज पूछा था कि आपने अब तक क्यों बॉयोमिट्रिक सिस्टम से हाजिरी बनाना शुरू नहीं किया है. एक माह पूर्व भी वीरेंद्र ठाकुर पर कार्य में लापरवाही बरतते हुए आरोप पत्र गठित कर डीसी को भेज गया था.