देवघर: शनिवार को इंडोर स्टेडियम में जिला स्तरीय राष्ट्रीय पोषण सप्ताह के समापन पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि डीडीसी शशि रंजन प्रसाद सिंह ने कहा कि कुपोषण से निबटने में बाल विकास परियोजना की भूमिका अहम है. परियोजना कर्मियों के प्रयास से कुपोषित बच्चे की देखभाल बेहतर हुई है. उन्होंने उपस्थित सेविकाओं और स्वास्थ्य कर्मी को निष्ठा पूर्वक दायित्व निभाने की बात कहीं. जिला समाज कल्याण पदाधिकारी राजीव रंजन सिन्हा ने कहा कि काफी प्रयास के बाद आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषाहार उपलब्धता सुनिश्चित की गयी. जिप उपाध्यक्ष परिमल सिंह ने अन्न प्रासन और गोदभराई कार्यक्रम को आंगनबाड़ी केंद्रों से जोड़ने का प्रयास सराहनीय है.
ऐसी परंपरागत प्रथा का विस्तार आंगनबाड़ी केंद्रों में किया जाना चाहिए. देवघर व जसीडीह की सीडीपीओ शैलबाला ने कहा कि उत्कृष्ट काम कर रही सेविका व सहायिकाओं को बेहतर प्रदर्शन के लिए सम्मानित करने की प्रक्रिया अभिव्यक्ति फाउंडेशन के सहयोग से शुरू की गयी है. इस अवसर पर छह माह के चार बच्चे को खीर खिलाया गया. कार्यक्रम का उदघाटन डीडीसी, जिप उपाध्यक्ष, डीपीओ ने संयुक्त रूप से किया. मंच संचालन सीडीपीओ शैलबाला ने किया. वहीं धन्यवाद ज्ञापन देवघर सीडीपीओ कंचन सिंह ने किया. मौके पर विभिन्न प्रखंडों के लगभग 200 आंगनबाड़ी सेविका उपस्थित थी. मौके पर जिप सदस्य दिलीप ठाकुर व विजय कोल, डॉ सीके साही उपस्थित थे.
पौष्टिक आहार की लगी प्रदर्शनी
कुपोषण दिवस के अवसर पर समापन कार्यशाला में कुपोषण से बचने के लिए महिलाओं के बीच जागरूकता फैले. इसके लिए पौष्टिक आहार का प्रदर्शनी लगाया गया. इसमें फल, सब्जी व अन्य सामग्री लगाये गये थे. साथ ही छोटे बच्चों ने कई मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया.
पुरस्कार वितरित
बेहतर कार्य करनेवाली सेविका को पुरस्कृत किया गया. करौं प्रखंड की फूलवती देवी, बबीता देवी, अनिता देवी, आशा देवी, रेखा देवी, गीता देवी और पूजा देवी,देवीपुर प्रखंड की गीता देवी, अबिता देवी, चांद मुनि देवी, छवि रानी,निर्मला एवं सारठ प्रखंड की मंजु सिंह को सम्मान पत्र व पुरस्कार दिया गया.