देवघर: देवघर नगर निगम 2015 में डिप्टी मेयर का चुनाव काफी दिलचस्प होगा. इस बार डिप्टी मेयर का चुनाव अप्रत्यक्ष रूप से होगा. डिप्टी मेयर के चुनाव में महिला पार्षदों की भूमिका निर्णायक होगी. देवघर के निर्धारित 36 वार्डो में 50 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित है. इसमें ओबीसी कोटि की महिलाओं के लिए […]
देवघर: देवघर नगर निगम 2015 में डिप्टी मेयर का चुनाव काफी दिलचस्प होगा. इस बार डिप्टी मेयर का चुनाव अप्रत्यक्ष रूप से होगा. डिप्टी मेयर के चुनाव में महिला पार्षदों की भूमिका निर्णायक होगी. देवघर के निर्धारित 36 वार्डो में 50 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित है.
इसमें ओबीसी कोटि की महिलाओं के लिए सात सीटें, अनारक्षित कोटि की महिलाओं के लिए नौ सीटें एवं अनुसूचित जाति की महिलाओं के लिए दो सीटें निर्धारित है. जबकि पुरुषों में ओबीसी कोटि के लिए सात सीटें, अनारक्षित कोटि के लिए नौ सीटें एवं अनुसूचित जाति के लिए दो सीटें निर्धारित है.
पार्षदों के चुनाव के बाद ही डिप्टी मेयर का चुनाव की प्रक्रिया आरंभ होगी. ऐसे में डिप्टी मेयर की कुरसी पर पैनी नजर रखने वाले संभावित वार्ड पार्षद प्रत्याशी अपने-अपने तरीके से विभिन्न वार्डो में प्रत्याशी को लेकर आकलन भी शुरू कर दिये हैं. अपने फायदे को देखते हुए ही संभावित वार्ड पार्षद प्रत्याशी को चुनाव में समर्थन करेंगे. राज्य निर्वाचन आयोग ने देवघर नगर निगम के महापौर का पद सामान्य महिला के लिए आरक्षित करने के साथ-साथ वार्डो के आरक्षण से संबंधित अधिसूचना जारी कर दिया है.
महिला भी हो सकती है डिप्टी मेयर !
देवघर नगर निगम में डिप्टी मेयर के पद पर महिला के चयन की संभावना ज्यादा है. देवघर नगर निगम चुनाव में महिलाओं को पचास फीसदी आरक्षण दिये जाने के बाद 18 सीटों पर महिलाओं का कब्जा तय है. इसके अलावा अन्य सीटों पर महिला एवं पुरुष में आमने सामने की टक्कर होगी. इसमें पार्षदों के रूप में महिलाओं का चयन हुआ तो राजनीतिक समीकरण के आधार पर डिप्टी मेयर के पद पर महिला का कब्जा कोई बड़ी बात नहीं होगी. अब चुनाव परिणाम के बाद भी स्पष्ट हो जायेगा कि आखिर ऊंट किस करवट बैठता है.