मधुपुर: नक्सलियों के टारगेट में मधुपुर स्टेशन समेत रेलवे के कई संस्थान हैं. इसके लिए खुफिया विभाग द्वारा समय-समय पर राज्य सरकार व रेल प्रशासन को आगाह किया जाता रहा है. अभी भी रेल पुलिस को हाइ अलर्ट पर रखा गया है. नक्सली संगठन रेल पुलिस पर हमला कर हथियार लूटने के प्रयास से लंबे समय से लगे हुए हैं. कुछ दिनों से नक्सली स्टेशन समेत आसपास के इलाकों की लगातार रेकी कर रहे हैं.
इसकी पुष्टि खुफिया विभाग भी रिपोर्ट भेज कर कर चुकी है. मधुपुर स्टेशन के अलावे आसपास के स्टेशन भी नक्सलियों के निशाने पर हैं. हाइअलर्ट के दौरान तो हथियारबंद पुलिसकर्मियों को तो ट्रेनों से स्कॉटिंग से हटा लिया गया. गुरुवार की रात से गिरिडीह-मधुपुर ट्रेन में एक/आठ जीआरपी के लाठी पार्टी ने रात्रि गश्ती शुरू कर दिया गया है. पुलिस कर्मी एसी बोगी में घुस कर अंदर से सभी दरवाजे बंद कर मधुपुर-गिरिडीह लाइन की गश्ती करते हैं.
ये हैं नक्सलियों के निशाने पर
खुफिया विभाग द्वारा समय-समय पर आगाह करते हुए जिन्हें नक्सलियों के टारगेट में बताया है, इनमें जीआरपी थाना व बैरक, आरपीएफ बैरक, मधुपुर स्टेशन, गिरिडीह-मधुपुर रेलवे लाइन व इसके बीच महेशमुंडा के समीप रेलवे पुल, पतरो व अजय नदी पुल आदि प्रमुख हैं. जीआरपी व आरपीएफ
आसपास के क्षेत्रों से आते हैं नक्सली
अनुमंडल क्षेत्र से सटे जामताड़ा जिला के नारायणपुर, गांडेय, जमुई जिला व टुंडी पूर्णत: नक्सल प्रभावित क्षेत्र घोषित हैं. जानकारी के अनुसार, इन इलाकों के नक्सली कई बार मधुपुर बाजार आते-जाते रहे हैं. ये अलग बात है कि कुशुमहा पुलिस पिकेट पर हमला कर हथियार लूटने के अलावा अभी तक किसी बड़ी वारदात को नक्सलियों ने अंजाम नहीं दिया है. हालांकि समय-समय पर अलग-अलग क्षेत्रों में नक्सलियों ने पोस्टर चिपका कर दहशत बनाने की कोशिश अवश्य किया है.