दो आरोपी फरार
देवघर : मोहनपुर थाना क्षेत्र के बांझी घोरमारा गांव में गुप्त सूचना पर साइबर डीएसपी नेहा बाला के नेतृत्व में छापेमारी की गयी. मौके पर से ससुराल आये पालोजोरी थाना क्षेत्र के लटझारी गांव निवासी बीटेक इंजीनियर आर्यन कुमार उर्फ अर्जुन को गिरफ्तार किया गया. इस दौरान चकमा देकर आर्यन का साला साकेत उर्फ राजा व निशांत कुमार फरार हो गया.
छापेमारी टीम ने आर्यन के पास से दो मोबाइल सहित दो सिमकार्ड व तीन एटीएम कार्ड बरामद किया है. पूछताछ में आर्यन ने बताया कि निशांत के साथ मिलकर दोनों साला-बहनोई साइबर अपराध करता है. बैंक अधिकारी बन कर लोगों को फोन में झांसा देकर एटीएम नंबर सहित सीवीवी, ओटीपी की जानकारी लेने के बाद इ-वॉलेट यूपीआइ के माध्यम से ठगी करता है.
पिता की मौत के बाद साले के बाद शामिल हो गया साइबर अपराध में : पुलिस को आर्यन ने यह भी बताया कि 2019 में ही उसने बोकारो से बीटेक मेकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की है. पिता की मौत के बाद जिम्मेवारी बढ़ी तो साले के साथ मिलकर साइबर अपराध करने लगा. आर्यन से पूछताछ के बाद साकेत के कमरे में तलाशी ली गयी.
इस क्रम में उसके पलंग के गद्दा के नीचे से एक पेटीएम पेमेंट डेबिट कार्ड बरामद किया गया. बाद में निशांत के घर की भी घेराबंदी कर छापेमारी की गयी. वह भी छापेमारी टीम को चकमा देकर भाग निकला. तलाशी में छापेमारी टीम ने उसके घर से दो पेटीएम पेमेंट बैंक डेबिट कार्ड बरामद किया है. मामले की जानकारी देते हुए साइबर डीएसपी ने बताया कि आर्यन के जब्त मोबाइल से संदिग्ध ट्रांजेक्शन के काफी साक्ष्य मिले हैं.
छापेमारी टीम में साइबर थाने की इंस्पेक्टर संगीता कुमारी, पीएसआइ शैलेश कुमार पांडेय, प्रेम प्रदीप, पुलिसकर्मी तीरथ कुमार सिंह, वरुण कुमार दरवे, विजय कुमार मंडल, भूषण एक्का, मंगल टुडू, दीपेश कुमार व विक्रम कुमार सिंह शामिल थे. छापेमारी टीम के सहयोग में मोहनपुर थाने की पुलिस भी इस दौरान मौजूद रही. मामले को लेकर पीएसआइ शैलेश की शिकायत पर साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी और गिरफ्तार आर्यन को कोर्ट में पेश कराया गया.