देवघर : मोहनपुर थाना क्षेत्र के जमरो गांव में बुधवार को मनरेगा कूप से एक महिला व दो महीने के नवजात का शव बरामद हुआ. जिस कुएं से शव मिला वह गांव के रामू भोक्ता का था. शव की पहचान गांव के ही राजेश प्रसाद भोक्ता की पत्नी सुदामा देवी (21 वर्ष) के रूप में […]
देवघर : मोहनपुर थाना क्षेत्र के जमरो गांव में बुधवार को मनरेगा कूप से एक महिला व दो महीने के नवजात का शव बरामद हुआ. जिस कुएं से शव मिला वह गांव के रामू भोक्ता का था. शव की पहचान गांव के ही राजेश प्रसाद भोक्ता की पत्नी सुदामा देवी (21 वर्ष) के रूप में हुई है.महिला व दुधमुंहे बच्चे का शव देेख आसपास मौजूद लोगों के भी रोंगटे खड़े हो गये. घटना की जानकारी मिलते ही सारवां थाना क्षेत्र के तुलीडीह निवासी मृतका के पिता परमेश्वर यादव ने बेटी के ससुरालवालों पर हत्या का आरोप लगाया है.
उन्होंने बताया कि तीन दिनों से नाती सहित उनकी बेटी गायब थी. जिसकी सूचना दो दिन पहले ग्रामीणों से उन्हें मिली. इसके बाद वे खोजबीन में जुट गये. बेटी व नाती के नहीं मिलने पर मोहनपुर थाना में हत्या की आशंका पर ससुरालवालों के खिलाफ थाना में आवेदन देकर घर सारवां वापस जा रहे थे.
तभी रास्ते में ही फोन पर मनरेगा कूप से बेटी व नाती के शव मिलने की सूचना मिली. उन्होंने आरोप लगाया कि ससुरालवालों ने ही बेटी व नाती की हत्या कर शव कुएं में फेंक दिया. कहा कि बेटी को अक्सर ससुरालवाले प्रताड़ित करते थे व जान से मारने की धमकी भी दी थी. इसे लेकर एक साल पूर्व पंचायती भी हुई थी.
उन्होंने दामाद राजेश प्रसाद भोक्ता समेत बेटी के देवर नितेश भोक्ता, विकास भोक्ता, ससुर दिलचंद्र भोक्ता व सास मंजू देवी को हत्या का आरोपित बनाया है. इधर, घटना के बाद से ही ससुराल के लोग फरार हैं.
- ससुरालवालों पर मृतका के पिता ने लगाया हत्या का आरोप
- घटना के बाद से आरोपित ससुरालवाले फरार
- मृतका सुदामा देवी (21 वर्ष) व दो महीने के नवजात का शव देख बिलख बिलख कर रो रहे थे मायके वाले
- नाती के साथ बेटी के गायब होने का आवेदन देकर लौट रहे थे पिता
सूचना पर पहुंचे विधायक, कार्रवाई की मांग
घटना की सूचना मिलने पर जरमुंडी विधायक बादल पत्रलेख व एसआइ सान्ता साहू दलबल के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए देवघर सदर अस्पताल भेज दिया. विधायक ने कहा कि मामले की उच्चस्तरीय जांच की जायेगी. यह घटना हृदय विदारक है. समाज में दोबारा ऐसी घटना नहीं हो, इसलिए दोषियों को सजा दिलाने के लिए आवाज उठायी जायेगी.