देवघर : विधायक प्रदीप यादव पर जेवीएम की महिला नेत्री के साथ यौन उत्पीड़न आरोप मामले के उदभेदन करने में प्राथमिकी के 33 दिन बाद पुलिस ने कार्रवाई की है. बुधवार को जांच की गति में तेजी लाते हुए साइबर थाना प्रभारी सह पुलिस निरीक्षक ने विधायक प्रदीप यादव को नोटिस जारी कर दो दिनों के अंदर सशरीर उपस्थित होने को कहा है. उन्हें नोटिस प्राप्ति के दो दिनों के अंदर साइबर थाना में आकर अपना बयान दर्ज कराने को कहा है.
पुलिस का कहना है कि श्री यादव का पक्ष आने से कांड में अनुसंधान में मदद मिलेगी. इससे पहले साइबर थाना से एक जून को नोटिस जारी कर दोनों पक्षों को अपना मोबाइल व सिम जमा करने को कहा था. इसके मात्र तीन दिन बाद ही पांच जून को विधायक को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाना पुलिस की गंभीरता बता रही है कि साइबर पुलिस मामले की तह तक जा रही है. वह हर पहलुओं को छुना चाह रही है. यही वजह है कि पुलिस फॉरेंसिक जांच से लेकर वैज्ञानिक जांच तक का सहारा ले रही है. हालांकि विधायक श्री यादव ने सेशन जज ए मोहम्मद नसरुद्दीन की अदालत में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन दे रखा है. इसकी सुनवाई 11 जून को होगी.
होटल के बेडशीट पर मौजूद बाल को जब्त कर चुकी है पुलिस : बताया जाता है कि पुलिस इस मामले के अनुसंधान को आगे बढ़ाते हुए होटल का बेडशीट जब्त किया. उस बेडशीट पर मौजूद बाल भी जब्त किये. लेकिन सवाल यहां भी उठता है कि घटना के बाद उक्त कमरा सील नहीं था. दूसरे लोग भी ठहरे होंगे. फिर उक्त चादर जिस पर दाग-धब्बा होने और बाल की बात कही जा रही है, वह पीड़िता या आरोपी का है, इस पर संदेह होता है.
जानकार यह भी बता रहे हैं कि बाल किसका है, इसका मिलान करने के लिए डीएनए टेस्ट की जरूरत होगी. लेकिन डीएनए टेस्ट किसका होगा, पुलिस यह भी तय नहीं कर सकी है.