देवघर: विवाह के मौसम में बाबा मंदिर में रोजाना दर्जनों शादियां होती है. नियमत: बाबा मंदिर प्रशासन और पंडा धर्मरक्षिणी सभा की ओर से शादी व अन्य अनुष्ठानों के लिए रसीद कटाया जाता है.
खासकर शादी के मामले में रसीद कटाने से पहले वर-वधु का आयु प्रमाण पत्र भी लिया जाता है. खासकर पंडा धर्मरक्षिणी सभा ने इस तरह का प्रावधान कर रखा है. लेकिन मंदिर प्रशासन और बाबा मंदिर के लिए स्पेशल थाना होने के बाद भी बाल-विवाह भी धड़ल्ले से हो रहा है. कहीं कोई चेक प्वाइंट या रोकथाम के लिए एहतियाती कदम नहीं उठाये जा रहे हैं. बाबा मंदिर में बाल विवाह का ताजा उदाहरण रविवार की देर रात हुई दो नाबालिग की शादी है. इस जोड़े की शादी के लिए परिजनों ने न ही प्रशासनिक और न ही धर्मरक्षिणी की रसीद कटायी.
पुलिस को मिली सूचना पर नहीं रूकवा सके शादी : विवाह अनुष्ठान शुरू होने के दौरान ही बाबा मंदिर के थाने को सूचना मिली. थाना प्रभारी सदल-बल पहुंचे, शादी रोकने का आदेश दिया. लेकिन शादी समारोह में मौजूद कुछ लोगों ने थाना प्रभारी से कहा कि दोनों बालिग हैं. रसीद मांगने पर कहा कि धर्मरक्षिणी का रसीद है. लेकिन रसीद दिखाने के बजाय वे लोग पुलिस वालों को उलझाकर समय पार करने लगे. इस दौरान परिजनों ने आनन-फानन में शादी करायी और वर-वधु को लेकर चलते बने. इस तरह पुलिस नाबालिग की शादी को नहीं रूकवा सके.उन्होंने थाने में सनहा इंट्री करके अपने कर्तव्य की इतीश्री कर ली.
जिम्मेवारी से भाग रहा है मंदिर प्रशासन : जब बाबा मंदिर में बाल विवाह का मामला प्रकाश में आया तो मंदिर प्रशासन इसकी जिम्मेवारी ले रहा है. बाबा मंदिर प्रांगण में किसी भी प्रकार के अनुष्ठान की जिम्मेवारी सिर्फ और सिर्फ मंदिर प्रशासन की है. पुरोहितों के पास कोई विवाह कराने आता है तो धर्मरक्षिणी पूरी पड़ताल के बाद ही शादी की अनुमति देती है और रसीद कटता है. मंदिर प्रबंधन बोर्ड के सचिव सह डीसी, मंदिर प्रबंधक या मंदिर प्रभारी इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं.
कहते हैं डीसी सह प्रबंधन बोर्ड के सचिव
बाबा मंदिर में नाबालिग जोड़े की शादी हुई है. ऐसा सूचना नहीं मिली है. बाल विवाह से संबंधित शिकायत आयेगी तो कार्रवाई होगी.
-अमीत कुमार, डीसी सह बाबा मंदिर प्रबंधन बोर्ड के सचिव
कहते हैं बाबा मंदिर थाने के इंस्पेक्टर
बाल विवाह कराने वाले एक पुलिस जवान के खिलाफ सनहा इंट्री किया गया है. आगे वरीय पदाधिकारियों से मार्गदर्शन मांगा गया है. उनसे निर्देश मिलने के बाद प्राथमिकी भी दर्ज करायी जायेगी.
जगदीश चंद्र सिंकू
इंस्पेक्टर सह बाबा मंदिर थाना प्रभारी, देवघर