देवघर: 12 करोड़ से बनने वाली चौपा-खोरीपानन रोड की गुणवत्ता की जांच गुण नियंत्रक निदेशालय (रांची) की टीम करेगी. गैर तकनीकी आधार पर रात में किये गये कार्यो पर स्थानीय जनता से लेकर सरकार के मंत्री व विधायक ने इस पर नाराजगी व्यक्त की थी.
बुधवार को पथ निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता सत्यानंद सिन्हा ने भी सड़क के कार्यो का निरीक्षण कर असंतोष जताया. श्री सिन्हा ने निर्माण की गुणवत्ता पर नाराजगी व्यक्त की व संबंधित कनीय अभियंता व सहायक अभियंता पर जल्द इसमें सुधार करने का निर्देश दिया.
जबकि विभागीय स्तर से इसकी जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. गुण नियंत्रक की टीम जल्द देवघर आयेगी तो सड़क पर लगाये गये बिटुमेनस (गिट्टी व अलकतरा) का सैंपल जब्त करेगी. इसके अलावा विभिन्न जगहों पर सड़क की खुदाई कर भी जांच की जायेगी. सड़क में प्रयोग किये गये बिटुमिनेस भी तालझारी से लाये गये हैं.
इससे बिटुमिनेस के तापमान पर भी सवाल उठ चुका है. जबकि सड़क की बिनाई खुदाई किये रात में सीधे बिना बिटुमिनेस का प्रयोग किया गया है. तकनीकी विशेषज्ञों के अनुसार इससे सड़क पर दबाव पड़ने व बरसात में उखड़ने की संभावना पूरी तरह बढ़ गयी है. जबकि कई जगह सड़क अभी से ही उखड़ रही है. इस मामले में मंत्री सुरेश पासवान, जरमुंडी विधायक हरिनारायण राय समेत जिप सदस्य संतोष पासवान व भूतनाथ यादव ने भी गुणवत्ता पर सवाल उठाये थे.