29.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

विडंबना: बाघमारा बस स्टैंड में कीचड़ ही कीचड़, रोज फंसती है दर्जनों गाड़ियां, कागज पर ही बिछा 27 लाख का स्टोन डस्ट !

देवघर: श्रावणी मेला में बाघमारा बस स्टैंड में कीचड़मय हो गया है. मेला से पहले इस बस स्टैंड परिसर में सड़क व मैदान के समतलीकरण में 27 लाख रुपये खर्च किये गये थे, लेकिन महज 10 दिनों में ही पूरा परिसर कीचड़ में तब्दील हो चुका है. बाघमारा बस स्टैंड के कीचड़ में रोज कांवरियों […]

देवघर: श्रावणी मेला में बाघमारा बस स्टैंड में कीचड़मय हो गया है. मेला से पहले इस बस स्टैंड परिसर में सड़क व मैदान के समतलीकरण में 27 लाख रुपये खर्च किये गये थे, लेकिन महज 10 दिनों में ही पूरा परिसर कीचड़ में तब्दील हो चुका है. बाघमारा बस स्टैंड के कीचड़ में रोज कांवरियों का वाहन फंस रहा है. वाहनों को निकालने में यात्रियों को कई घंटे लग जा रहे हैं.
बस स्टैंड में प्रतिदिन 40 से अधिक वाहन फंस रहे हैं, जिन्हें काफी जद्दोजहद से निकाला जा रहा है. शुक्रवार की सुबह भी दो यात्री वाहन कीचड़ में फंस गये, इसे लेकर जमकर विराेध हुआ. अंत में क्रेन के जरिये दोनों वाहनों को कीचड़ से निकाला गया. इसके लिए प्रति वाहन तीन हजार रुपये किरान का किराया वाहन मालिक को चुकाना पड़ा. बाघमारा बस स्टैंड परिसर में ही टेंट सिटी बनाया गया है, लेकिन टेंट सिटी जाने का रास्ता कीचड़मय हो गया है. इस नारकीय स्थिति में बड़ी वाहनें बस, स्कॉर्पियो, बोलेरो जैसी वाहनें अधिक फंस रही है.
स्टोन डस्ट के नाम पर केवल खानापूर्ति : श्रावणी मेला से पहले एनआरइपी विभाग से 27 लाख की लागत से बाघमारा बस स्टैंड की सड़क व मैदान का मरम्मत कार्य कराया गया है. प्राक्कलन के अनुसार सड़क का निर्माण जीएसबी (गिट्टी व डस्ट) तथा मैदान का समतलीकरण स्टोन डस्ट से करना था, लेकिन अभियंताओं की अनदेखी की वजह से सड़क व मैदान की मरम्मत में खानापूर्ति कर दी गयी. सड़क के कुछ हिस्से में जीएसबी डाला गया, जबकि मैदान के 10 फीसदी हिस्से में भी स्टोन डस्ट नहीं डाला गया. मैदान में केवल जेसीबी मशीन चला दिया गया. पूरे मैदान में मिट्टी व कीचड़ नजर आ रहा है. आनन-फानन में अब जीएसबी एक-दाे जगह गिराया गया है.
कहते हैं चालक व दुकानदार
बारिश से कीचड़मय मैदान में रोज वाहनें फंसती हैं. वाहनों को निकालने में चालकों को काफी समय लगता है. मैदान में अगर ठीक से कार्य होता तो वाहन फंसने की नौबत नहीं आती.
– राजू पंडित, दुकानदार
हमलोगों का वाहन तीन घंटे कीचड़ में फंसा रहा, काफी मुश्किल से वाहनों को निकाला जा सका. बस स्टैंड की व्यवस्था बिल्कुल बेकार है. पूरे मैदान में सही ढंग से गिट्टी बिछाना था.
– मनीष कुमार, पटना
बस स्टैंड में गाड़ी लगाने लायक नहीं है. सड़क को छोड़कर पूरा मैदान कीचड़ में तब्दील हो गया है. मेरी गाड़ी चार घंटे कीचड़ में फंस रही, सभी यात्रियों को धकेल कर वाहन निकालना पड़ा.
– पिंकु कुशवाहा, डाल्टेनगंज
बस स्टैंड की व्यवस्था पूरी तरह बदतर है. पूरे परिसर में कोई ऐसी जगह नहीं बची है, जहां कीचड़ नहीं है. अगर मैदान में स्टोन डस्ट देकर समतल किया जाता तो ठीक रहता. हमलोगों को इसक वजह से सड़क किनारे गाड़ी लगानी पड़ी.
– अर्जुन गुप्ता, टंडवा, हजारीबाग

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें