विजय कुमार 4 देवघर
सावन मेला की दूसरी सोमवारी व प्रदोष की वजह से बाबाधाम में कांवरियों का सैलाब उमड़ पड़ा. बाबा पर जलार्पण के लिए सोमवार को सरकारी पूजा के बाद सुबह 3.46 बजे आंतरिक अरधा शुरू कर दिया गया. कांवरियों के अप्रत्याशित भीड़ की वजह से बाह्य अरघा में जलार्पण के लिए कतारबद्ध कांवरियों की लाइन भी फेल हो गयी. राजकीय श्रावणी मेला के 13वें दिन कांवरियों की कतार तकरीबन 15 किमी से भी ज्यादा लंबी हो गयी. कृष्णा बम डाक बम के रूप में देवघर पहुंचीं और बाह्य अर्घा में जलार्पण किया. लालू प्रसाद के बेटे तेज प्रताप भी सुल्तानगंज से जल लेकर आये और बाबा मंदिर में बाह्य अरघा में जलार्पण किया.
एक अनुमान के मुताबिक, करीब तीन लाख कांवरियों के देवघर आने का आकलन किया गया है. जिला प्रशासन की सूझ-बूझ से कांवरियों की भीड़ पर नियंत्रण पाया जा सका. कांवरियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बाबा मंदिर में जलार्पण के लिए कतारबद्ध कांवरियों की लाइन को तेजी से आगे बढ़ाया गया.

चप्पे-चप्पे पर ऑन ड्यूटी दंडाधिकारी, अधिकारी व पुलिस के जवानों को लगातार दिशा-निर्देश दिया जा रहा था. ऑन ड्यूटी अधिकारी व दंडाधिकारी एक-दूसरे से लगातार संपर्क बनाये हुए थे. स्थानीय लोग अपने-अपने घरों से निकल कर रूट लाइन में कांवरियों की सेवा करते रहे. बाबा पर जलार्पण के लिए कांवरियों का जत्था रविवार की मध्य रात्रि के बाद ही होल्डिंग प्वाइंट कुमैठा के अलावा कुमैठा स्पोर्ट्स कैंपस में पहुंच गयी थी.
रिमझिम बारिश में भी कांवरियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए डीसी राहुल कुमार सिन्हा एवं एसपी नरेंद्र कुमार सिंह ने रेनकोट पहन कर मोर्चा संभाले रखा. वह लगातार दंडाधिकारियों व पुलिस के अधिकारियों को विनम्र रह कर सेवा भाव से कांवरियों को सहयोग करने का निर्देश देते रहे.
सुरक्षा व सुविधा की मॉनिटरिंग आइएमसीआर से
जिला प्रशासन ने मानसिंघी तट पर बनाये गये इंटीग्रेटेड मेला कंट्रोल रूम (आइएमसीआर) से रूट लाइन एवं कांवरिया पथ में आ रहे कांवरियों की मॉनिटरिंग की जा रही थी. रूट लाइन, कांवरिया पथ सहित बाबा मंदिर में लगाये गये सभी सीसीटीवी कैमरे की क्लोज मॉनिटरिंग की जा रही थी. इसकी पल-पल की सूचना वरीय अधिकारियों को दी जा रही थी.

बासुकिनाथ जाने के लिए सड़कों पर भटकते रहे कांवरिये
बाबा पर जलाभिषेक करने के बाद बासुकिनाथ जाने के लिए बसों के इंतजार में कांवरियों की भीड़ की वजह से मंदिर मोड़, झौंसागढ़ी की सड़कों पर घंटों जमा रही. प्राइवेट बस स्टैंड में भी बस पकड़ने के लिए कांवरियों की भीड़ लगी रही. बासुकिनाथ जाने वाली लगभग सभी बसें ओवरलोड दिख रही थी.

- श्रावणी मेला की दूसरी सोमवारी व प्रदोष की वजह से रिकॉर्ड कांवरिये बाबाधाम पहुंचे
- राजकीय श्रावणी मेला के 13 वें (दूसरी सोमवारी) की सुबह 3.46 बजे बाबा का जलार्पण शुरू हुआ
- इंटीग्रेटेड मेला कंट्रोल रूम पर जिला प्रशासन की रही पैनी नजर, पल-पल की जानकारी लेते रहे
- रूट लाइन में कांवरियों के जत्था के बीच अफरा-तफरी का माहौल रहा
- रूट लाइन में विधि व्यवस्था पर नज़र बनाये रखने व कांवरियों की सुविधा के लिए डीसी देते रहे दंडाधिकारियों व अधिकारियों को निर्देश
- रूट लाइन में चप्पे-चप्पे पर तैनात रहे सभी दंडाधिकारी, सुरक्षा कर्मी, स्वास्थ्य कर्मी, सूचना सहायता कर्मी, सफाई कर्मी
- बाबा मंदिर में कड़ी सुरक्षा के बीच कांवरियों ने किया जलार्पण
- बाबा मंदिर में निकास द्वार पर प्रात:काल से ही सिविल एसडीओ, प्रशिक्षु आइएएस, एसडीपीओ व वरीय अधिकारी ड्यूटी पर जमे रहे
- शिवगंगा में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ की टीम लगातार बोटिंग करती रही
- भूले-बिसरे कांवरियों को मिलाने के लिए सूचना सह सहायता केंद्र पर ऑन ड्यूटी कर्मी सहयोग करते रहे