चतरा. टीएसपीसी के द्वितीय कमांडर आक्रमण गंझू उर्फ रवींद्र को पकड़ा जाना जहां पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि है, वहीं संगठन के लिए भारी नुकसान है. चौथे दिन भी पुलिस ने आक्रमण को पकड़े जाने की पुष्टि नहीं की है. संगठन के सुप्रीमो ब्रजेश गंझू भूमिगत, कोहराम की गिरफ्तारी व मुकेश के आत्मसमर्पण करने के बाद आक्रमण ही संगठन चला रहा था. संगठन के सभी तरह की जिम्मेवारी आक्रमण पर ही था. सूत्रों का कहना है कि पुलिस बड़ी उपलब्धि हासिल करने के ख्याल से आक्रमण को कहीं गुप्त स्थान पर रख कर कड़ाई से पूछताछ कर रही है. आक्रमण को पकड़े जाने से चतरा, लातेहार, पलामू जिले के उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में चर्चा का विषय बना हुआ. सभी पुलिस के खुलासा का इंतजार कर रहे है. वहीं पुलिस द्वारा खुलासा नहीं किये जाने से आक्रमण के परिजन परेशान हैं. लगातार पुलिस पदाधिकारियों से गिरफ्तारी का खुलासा करने की मांग कर रहे है. आक्रमण टीएसपीसी स्थापना काल से ही सक्रिय थे. आक्रमण का अचानक पकड़े जाने से संगठन को काफी क्षति पहुंची है. संगठन के लोग पकड़े जाने के डर से बार-बार जगह बदल रहे है. मालूम हो कि 23 फरवरी की शाम यूपी के प्रयागराज महाकुंभ से लौटने के दौरान आक्रमण को पुलिस ने पकड़ा था. पत्नी नीलम देवी के साथ-साथ दो अन्य लोगों को भी पकड़े जाने की सूचना है. जिस वाहन से वह आ रहा था, उसे भी जब्त कर लिया गया है. हालांकि पुलिस इस मामले में कुछ भी बताने से इनकार कर रही है.
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