सिमरिया. प्रखंड के पगार पंचायत में मनरेगा योजनाओं में फर्जीवाड़ा कर राशि की निकासी का मामला सामने आया है. अविवाहित को विवाहित बता कर पैसे की निकासी की गयी है. लाभुक को जानकारी नहीं और उनके नाम पर राशि की निकासी कर बंदरबांट कर ली गयी. राशि की निकासी दूसरे के खाते में भेज कर की गयी है, जिसके कारण लाभुकों को पता नहीं चल पाया. ग्रामीणों ने उपायुक्त व उप विकास आयुक्त को आवेदन देकर मामले की जांच कर संबंधित पदाधिकारी व कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है. बताया कि धरातल पर नहीं, बल्कि कागज पर कार्य कर पैसे की निकासी की गयी है. दीदी बाड़ी योजना में गड़बड़ी की गयी है. यह सब पंचायत प्रतिनिधि, प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी, पंचायत सेवक, रोजगार सेवक, जेई व अन्य कर्मचारियों की मिलीभगत से हुई है. मनरेगा कर्मियों की मिलीभगत से फर्जीवाड़ा कर राशि की निकासी की गयी. यहां हुई गड़बड़ी पंचायत के युवक विनोद कुमार जो अविवाहित है, उसकी फर्जी पत्नी मंजू देवी को बना कर दीदी बाड़ी योजना संख्या 898517 के तहत राशि निकासी कर ली गयी. सरिता देवी (पति स्व मूरत राम) की दीदी बाड़ी योजना की राशि फर्जी तरीके से निकासी की गयी. धर्मेंद्र कुमार के खेत में बिना काम व जानकारी के मेढ़बंदी योजना की राशि निकासी कर ली गयी. रानी कुमारी (पति कुलदीप राम), पनवा देवी (पति संजय भुईयां), सरिता देवी (पिता कीर्तन प्रसाद), यशोदा देवी, पारो देवी (पति संजय साव), परवा देवी (पति लोकनाथ साहु) के दीदी बाड़ी योजना की राशि फर्जी तरीके से दूसरे के खाते में भेज कर निकासी की गयी. मुखिया ने कहा मुखिया नीतिश कुमार सिंह ने कहा कि मामले की जानकारी नहीं है. ग्रामीणों द्वारा फर्जीवाड़ा की शिकायत नहीं की गयी है. शिकायत करने के बाद मामले की जांच करायी जायेगी. बीडीओ ने कहा बीडीओ चंद्रदेव प्रसाद ने कहा कि मामले की जानकारी मिलते ही सहायक अभियंता अजय कुमार को जांच करने का निर्देश दिया गया है. एक सप्ताह के अंदर जांच रिपोर्ट देने को कहा गया है. जांच में गड़बड़ी पाये जाने पर संबंधित लोगो के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
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