चक्रधरपुर. चक्रधरपुर रेलमंडल के कई रेलखंडों में ऑटोमेटिक सिग्नल पद्धति से ट्रेनें चल रही हैं. ऑटोमेटिक सिग्नल पद्धति से एक ही दिशा में ट्रैक पर एक के पीछे एक कई ट्रेनें चलायी जा रही हैं. बशर्ते दोनों ट्रेनों के बीच की दूरी 150 मीटर से कम नहीं होनी चाहिये. इससे एक ट्रैक पर एक के पीछे एक-एक कर अधिक ट्रेनों को चलाना संभव हो गया है. यह संरक्षित रेल परिचालन के लिए काफी कारगर है. यह बातें संवाददाता सम्मेलन में वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सह जनसंपर्क अधिकारी आदित्य चौधरी ने कही. श्री चौधरी ने कहा कि थर्ड लाइन का काम पूरा होते ही ट्रेनों को निर्धारित समय पर चलाया जायेगा. ऑटोमेटिक सिग्नल पद्धति में ट्रेन चलने के कारण ट्रैक पर 150 मीटर दूर आमने- सामने दो ट्रेनें खड़ी होती हैं, तो दोनों इंजन एक दूसरे का विपरित टकराने जैसा प्रतीत होता है. यह कोई तकनीकी खराबी या सिग्नल की गड़बड़ी नहीं है. यह ऑटोमेटिक सिग्नल की संचालन पद्धति है. उन्होंने कहा कि रेल मंडल में सेक्शन का लाइन उतार-चढ़ाव है. इससे मालगाड़ियों के पीछे की तरफ भी एक बैकिंग इंजन लगाते हैं, ताकि चढ़ान व ढलान में पीछे के बैकिंग इंजन से मालगाड़ी को धकेल सके. यह मालगाड़ी के संतुलन को बनाये रखता है. नयी सांकेतिक पद्धति से ट्रैक पर अधिक ट्रेनों को चलाना संभव हो सका है.
स्टील एक्सप्रेस फुटबॉल टूर्नामेंट जल्द होगा:
शहर का लोकप्रिय स्टील एक्सप्रेस फुटबॉल टूर्नामेंट कराने की दिशा में रेलवे ने तैयारी शुरू कर दी है. जल्द ही चक्रधरपुर के दर्शक स्टील एक्सप्रेस फुटबॉल टूर्नामेंट का लुत्फ उठा सकेंगे. श्री चौधरी ने कहा कि जल्द ही स्टील एक्सप्रेस फुटबॉल टूर्नामेंट शुरू होगा. इसके लिए जल्द ही एक महत्वपूर्ण बैठक होगी.नयी पटरी बिछाने का काम तेजी से हो रहा
रेल मंडल में आधारभूत संरचना व ढांचागत विकास कार्य हो रहा है. पुराने ट्रैक को हटा कर नयी पटरी बिछाने का काम तेजी से हो रहा है. वहीं सांकेतिक कार्यों के लिए एनआइ जैसे महत्वपूर्ण काम जोरों पर है. सुरक्षा व संरक्षा की दृष्टिकोण से एनआइ वर्क के कारण ब्लॉक लिया जा रहा है. थर्ड लाइन का काम पूरा होने तक ट्रेनों को समय पर चलाना मुश्किल है. ठंड व कोहरे के कारण ट्रेनें प्रभावित हो रही हैं. लोको पायलटों को सिग्नल दिखाई नहीं दे रहा है. इससे ट्रेनों की रफ्तार धीमी हो गयी है. वहीं राउरकेला व आस पास के इलाकों में हाथियों का विचरण होता है. जिससे ट्रेनों को रोकना पड़ रहा है. इससे राउरकेला से चांडिल तक ट्रेनें प्रभावित हो जाती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

