चाईबासा. पश्चिमी सिंहभूम जिला के सदर अस्पताल चाईबासा में डॉक्टरों के 35 पद स्वीकृत हैं, लेकिन मात्र 29 चिकित्सक ही कार्यरत हैं. फोरेंसिक, स्किन, मनोचिकित्सक व हृदय रोग विशेषज्ञों का पद खाली है. ऐसे मामले आने पर रेफर की प्रक्रिया पूरी की जाती है. चाईबासा सदर अस्पताल में चिकित्सकों की कमी को देखते हुए चार चिकित्सकों की प्रतिनियुक्त की गयी है. सदर अस्पताल में तीन चिकित्सक अनुबंध और 22 चिकित्सक रेगुलर हैं. चिकित्सकों की कमी से अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था बदहाल है.
अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ी
सदर अस्पताल में पहले की तुलना में मरीजों की संख्या काफी बढ़ी है. ओपीडी में करीब 400 मरीज रोज आते हैं. वहीं शाम में इमरजेंसी में मरीजों की संख्या बढ़ जाती है. मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन की ओर से अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की गयी है. इसके बावजूद काफी मरीजों को बेड उपलब्ध नहीं हो पाता है. ऐसी स्थिति में मरीजों को स्ट्रेचर या बरामदे के चबूतरों पर लिटाकर उपचार किया जाता है.
सिटी स्कैन, एमआरई व इको की सुविधा नहीं:
अस्पताल में सिटी स्कैन, एमआरई और इको की सुविधा नहीं हैं. ऐसे मरीज बाहर से जांच कराते हैं. आइसीयू में आठ बेडों में लेबल वन की सुविधा है. अस्तपाल में सीसीयू की सुविधा नहीं है. वेंटिलेटर की सुविधा है, लेकिन टेक्नीशियन नहीं है. मरीज आने पर चिकित्सक ही इसका ऑपरेट करते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

