जगन्नाथपुर. नोवामुंडी प्रखंड के ग्रामीण इलाके में डायरिया का प्रकोप जारी है. डायरिया से चार दिनों में मां-बेटी समेत चार लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि दर्जनों लोग आक्रांत हैं. मरीजों की संख्या 12 से बढ़कर 14 पहुंच गयी है. शुक्रवार को डायरिया से पीड़ित शुक्रमनी बलमुचू व उनकी नौ वर्षीय पोती को नोवामुंडी टीएमएच में भर्ती करा दिया गया है. पादपहाड़, मुंडासाई, डुरगु साई व महुदी स्टेशन बस्ती में डायरिया अपना पांव पसार चुका है. गांव वाले डायरिया से चार दिनों के भीतर मां-बेटी समेत चार लोगों की मौत होने की बात कह रहे हैं. गांव में शिविर लगाकर मरीजों का इलाज किया जा रहा है. चिकित्सकों ने डायरिया से दो बच्चों की मौत होने की पुष्टि की है. महुदी स्टेशन बस्ती के हीरालाल महतो, मनोज महतो, हरीश नायक व सपना नायक को अस्पताल के आइसीयू में शिफ्ट किया गया था. स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद सभी को जेनरल वार्ड में शिफ्ट किया गया है. डिबरुसाई के राजेन्द्र महतो की पत्नी सानो नायक, सिरहरी नायक व सानिया नायक अस्पताल में इलाजरत हैं. पादपहाड़ मुंडासाई की तीन वर्षीय सुशीला बलमुचू भी शिशु वार्ड में भर्ती है. पदापहाड़ मुंडासाई की नंदी कुई, कितामन बलमुचू, सेलाय पूर्ति, चेतन पुरती व उनके 11 वर्षीय बेटे को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंचकर इलाज शुरू कर दिया है.- पदापहाड़, मुंडासाई, डिबरुसाई व नोवामुंडी स्टेशन बस्ती में डायरिया फैलने की खबर है. सूचना मिलते ही तीन दिनों से शिविर लगाकर लोगों को दवा दी जा रही है. जरूरत के आधार पर एम्बुलेंस भेजकर बीमार लोगों को अस्पताल भेजा जा रहा है.
डॉ हरिपद हेम्ब्रम, सीएमओ, रुतागुटू
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