चक्रधरपुर. चक्रधरपुर प्रखंड के जामिद मध्य विद्यालय में एक के बाद एक समस्याओं का ढेर लग गया है. विद्यालय में कुल 111 विद्यार्थी नामांकित हैं, परंतु शिक्षकों और बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी के कारण पढ़ाई प्रभावित हो रही है. स्थानीय मुखिया और ग्रामीणों ने विद्यालय की समस्याओं को लेकर शिक्षा विभाग एवं जिला प्रशासन को कई बार पत्र लिखा, पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. विद्यालय में चहारदीवारी नहीं होने से शिक्षक और विद्यार्थी स्वयं को असुरक्षित महसूस करते हैं. स्कूल परिसर में अक्सर असामाजिक तत्वों की आवाजाही बनी रहती है, जिससे अध्ययन माहौल पर विपरीत असर पड़ता है. कई वर्षों तक विद्यालय में केवल एक शिक्षिका जया कुमारी टोप्पो ने पढ़ाई की जिम्मेदारी संभाली थी. फिलहाल विद्यालय में मात्र तीन शिक्षक कार्यरत हैं, जिनमें से एक हाल ही में प्रतिनियुक्ति पर भेजे गये हैं. विद्यार्थियों ने बताया कि क्लासवार विषय पढ़ाने के लिए कम से कम आठ शिक्षकों की जरूरत है. विद्यालय में क्लासरूम, ऑफिस रूम, साइकिल स्टैंड, लाइब्रेरी और कंप्यूटर रूम जैसी बुनियादी सुविधाओं का अभाव है. विद्यार्थियों ने कहा कि सुविधाओं के बिना आधुनिक शिक्षा अधूरी है.
संसाधनों की कमी से परेशानी : एचएम
प्रधानाध्यापिका जया कुमारी टोप्पो ने बताया कि शिक्षकों की कमी के बावजूद बच्चों को पढ़ाने की पूरी कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि रिपोर्ट बनाने और शिक्षण कार्य दोनों साथ चलाने में कठिनाई होती है. 6 से 8 तक की कक्षाओं के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पा रही है. विभाग को शिक्षकों की बहाली, चहारदीवारी, क्लासरूम, ऑफिस रूम, स्टाफ वॉशरूम और लाइब्रेरी की जरूरत से अवगत कराया गया है.अच्छी शिक्षा देना हमारी जिम्मेदारी : मुखिया
पंचायत की मुखिया कुंती सरदार ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं. उन्हें अच्छी शिक्षा देना हमारी जिम्मेदारी है. विद्यालय में मौजूद समस्याएं गंभीर हैं. शिक्षा विभाग को तत्काल समाधान सुनिश्चित करना चाहिए, ताकि बच्चे सुरक्षित वातावरण में पढ़ सकें.
– जिला प्रशासन विद्यार्थियों के भविष्य को देखते हुए चहारदीवारी और अन्य समस्याओं का समाधान करे. स्कूल की खराब स्थिति से पढ़ाई बाधित हो रही है. –सिद्धि खंडाइत, छात्रा
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सरकार बेहतर शिक्षा पर करोड़ों खर्च कर रही है, लेकिन हमारे स्कूल में 111 विद्यार्थियों के लिए सिर्फ तीन शिक्षक हैं. विषयवार शिक्षक बहाली जरूरी है.– प्रीति महतो, छात्रा
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चहारदीवारी नहीं होने से अक्सर बाहरी लोग स्कूल में जुट जाते हैं. इससे बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ता है. प्रशासन स्कूल की चहारदीवारी का निर्माण जल्द करे.– विवेक महतो, छात्र
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शिक्षक नहीं रहने से पढ़ाई अधूरी रह जाती है. कोर्स भी समय पर पूरा नहीं हो पाता है. सरकार को विषयवार शिक्षकों की तुरंत नियुक्ति करनी चाहिए, जिससे विद्यार्थियों को लाभ मिले.– वर्षा रजक, छात्रा
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स्कूल में न कंप्यूटर है, न लाइब्रेरी, जो आधुनिक शिक्षा के लिए यह सुविधाएं जरूरी हैं. क्लासरूम की संख्या भी बढ़ायी जाए.– हंसनी खंडाइत, छात्रा
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