जैंतगढ़.
चंपुआ स्थित राज्य का सबसे पुराना वन महाविद्यालय, निकोलसन फॉरेस्ट ट्रेनिंग स्कूल ने गुरुवार को 112वां दीक्षांत समारोह मनाया. इस वर्ष ओडिशा के 42 संभागों से कुल 40 परीक्षार्थी सफल हुए. समारोह की शुरुआत सुबह परेड से हुई. मुख्य अतिथि के रूप में क्योंझर के वन प्रमंडल अधिकारी डॉ. डीडी हनुमान उपस्थित रहे और विजेताओं को पुरस्कृत किया. खेल प्रशिक्षक असित गिरि के निर्देशन में आयोजित परेड में ओडीएफ के संभागीय प्रबंधक एनएस जेपी सिंह, डीसीएफ रामचंद्र मुर्मू, एसीएफ मोहन हेम्ब्रम, एसीएफ रविन किस्कू तथा चंपुआ वन अधिकारी एसीएफ अक्षय छत्रिय समेत कई वन अधिकारी शामिल हुए. परेड के उपरांत संस्थान के सभागार में विदाई एवं पुरस्कार वितरण समारोह हुआ. मुख्य अतिथि डॉ. हनुमान ने प्रशिक्षुओं को वन विभाग का सच्चा संरक्षक बताते हुए जनता से मधुर संबंध रखने और निर्भीकता से अपने दायित्व निभाने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी एक परिवार की तरह हैं और टीम भावना से कार्य करना ही सच्ची सेवा है. चार माह तक चले प्रशिक्षण शिविर में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रशिक्षुओं को सम्मानित किया गया. वन अभियांत्रिकी व सर्वेक्षण में जफर इकबाल, प्रबंधन उपयोग में अवनी कुमार जेना, सर्वांगीण प्रशिक्षु के रूप में प्रदीप कुमार साहू, वन कानून में पद्म लोचन बड़ागुचिया, पुरुष एथलीट चैंपियन मनोज कुमार साहू और महिला एथलीट चैंपियन राजेश्वरी महाराज को ट्रॉफी एवं मेडल प्रदान किए गए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

