मनोहरपुर. सारंडा जंगल से सोमवार को ट्रेस की गयी मादा हाथी का वन विभाग लगातार निगरानी कर रहा है. मंगलवार को हाथी सारंडा जंगल के अंकुआ कम्पार्टमेंट-36 अंतर्गत गिंडूंग गांव के समीप नाले के पास बैठा हुआ था. राउरकेला से आयी चिकित्सकों की टीम और मनोहरपुर के पशु चिकित्सक संजय घोलटकर ने घायल हाथी को लौकी में दवा भरकर खिलायी. जिसे हाथी ने खा लिया. श्री घोलटकर ने कहा कि हाथी की हालत में सुधार है. चिकित्सा में भी सहयोग दे रही है. उन्होंने कहा कि सोमवार को दी गयी दवा का असर हुआ है. हाथी का पैर हरकत कर रहा है. हाथी पानी में भी हरकत कर रहा है.
वनतारा की टीम का इंतजार
संजय घोलटकर ने कहा कि हाथी का बेहतर इलाज के लिए उसे ट्रैंकुलाइज करना जरूरी है. जानकारी के अनुसार वनतारा की टीम मंगलवार को पहुंचने वाली थी, लेकिन नहीं पहुंची. अब बुधवार को पहुंचने की उम्मीद है. घायल हाथी को लौकी में दर्द निवारक, सूजन कम करने और एंटीबायोटिक दवा दी गई है. वर्तमान की स्थिति और वनतारा की टीम आने के कारण हाथी के स्वस्थ होने की संभावना जताई जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

