चाईबासा.
भारत सरकार की रिवाइव डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम के तहत पश्चिमी सिंहभूम जिले में बिजली वितरण प्रणाली को मजबूत बनाने का कार्य जोर-शोर से चल रहा है. इस योजना का लाभ आने वाले समय में सदर प्रखंड के 40 हजार उपभोक्ताओं को छोड़कर जिले के लगभग 1 लाख 98 हजार उपभोक्ताओं को मिलेगा. इस चरण में सदर चाईबासा के शहरी क्षेत्र को छोड़कर चाईबासा अंचल के सदर एवं जगन्नाथपुर अनुमंडल के 6,448 बिजली ट्रांसफॉर्मरों पर स्मार्ट मीटर लगाये जा रहे हैं. प्रत्येक स्मार्ट मीटर में सिम कार्ड लगा होगा, जिससे बिजली वितरण व्यवस्था को और सुगम बनाया जा सकेगा. किस ट्रांसफॉर्मर पर कितना लोड है, इसकी जानकारी सीधे रांची स्थित विभागीय मुख्यालय तक पहुंचती रहेगी. वहीं, अतिरिक्त लोड वाले क्षेत्रों में 200 केवीए, 100 केवीए और 63 केवीए क्षमता के नये ट्रांसफॉर्मर भी लगाये जायेंगे. पहले नहीं मिल पाती थी लोड की जानकारी : पूर्व में बिजली मीटर लगाये जाने के समय घरों का प्रारंभिक लोड दर्ज किया गया था, परंतु समय के साथ घरों में अधिक बिजली उपकरण जुड़ने से लोड बढ़ गया. विभाग को समय रहते इसकी जानकारी नहीं मिल पाती थी, जिस कारण फीडर पर दबाव बढ़ जाता है और गर्मी के मौसम में ट्रांसफॉर्मर बार-बार फूंक जाते थे. इससे उपभोक्ताओं को परेशानी होने के साथ विभाग को लाखों रुपये की क्षति होती थी.सभी ट्रांसफॉर्मरों में लगेंगे वैक्यूम करंट ब्रेकर
स्मार्ट मीटर के अलावा सभी ट्रांसफॉर्मरों में वैक्यूम करंट ब्रेकर भी लगाये जा रहे हैं. इससे तार टूटने या ट्रांसफॉर्मर पर अतिरिक्त लोड आने की स्थिति में ब्रेकर स्वतः बिजली आपूर्ति रोक देगा, जिससे ट्रांसफॉर्मर को नुकसान से बचाया जा सकेगा. साथ ही इसकी जानकारी तुरंत विभाग को भी मिल जायेगी.
केंद्र सरकार की दो महत्वपूर्ण योजनाओं पर जिला में जोर-शोर से कार्य किया जा रहा है . भविष्य में बिजली की निर्बाध सप्लाई होगी. बिजली चोरी पर भी अंकुश लगेगा.-गौतम राणा
, कार्यपालक अभियंता , बिजली विभाग चाईबासा अंचल .डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

