चाईबासा.
झारखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य विकास दोदराजका ने शनिवार को चाईबासा स्थित बालगृह (बालकुंज) का निरीक्षण किया. श्री दोदराजका ने बालगृह में रह रहे बच्चों की देखभाल, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं समग्र विकास से जुड़ी व्यवस्थाओं का विस्तार से अवलोकन किया. श्री दोदराजका ने वहां कार्यरत सहकर्मियों को बच्चों के बेहतरी के लिए कई सुझाव दिये. श्री दोदराजका ने कहा कि हर बच्चा राष्ट्र की अमूल्य पूंजी है. महात्मा गांधी ने हमें सत्य, अहिंसा, स्वच्छता और आत्मनिर्भरता का जो मार्ग दिखाया उसे अपनाकर ही हम सशक्त और संवेदनशील समाज का निर्माण कर सकते हैं. कहा कि शिक्षा ही जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है. यह आपके सपनों को साकार करने की शक्ति देती है. बच्चे मन लगाकर पढ़ाई करें, बड़े सपने देखें और उन्हें पूरा करने के लिए दृढ़निश्चय के साथ आगे बढ़ें. उन्होंने कहा कि यदि बालकुंज बालगृह के बच्चे कंप्यूटर का प्रशिक्षण लेना चाहते हैं, तो वे स्वयं अपने निजी खर्च से प्रशिक्षण की व्यवस्था कराने के लिए तत्पर हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

