चक्रधरपुर. उपायुक्त चंदन कुमार की अध्यक्षता में जिला योजना कार्यालय अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं की प्रगति को लेकर बैठक की. बैठक में विभिन्न कार्यकारी विभागों के कार्यपालक अभियंता, जिला योजना पदाधिकारी, गोइलकेरा एवं बंदगांव के बीडीओ सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे.आकांक्षी जिला निधि से स्वीकृत आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण कार्यों की धीमी प्रगति पर उपायुक्त ने असंतोष व्यक्त किया. उन्होंने कार्यपालक अभियंता, भवन प्रमंडल चाईबासा एवं बंदगांव व गोइलकेरा के प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि निर्माण कार्य समय सीमा में पूर्ण कराए जाएं, ताकि पोषण और शिक्षा से जुड़ी सेवाएं बिना विलंब उपलब्ध करायी जा सकें. उपायुक्त ने कहा कि “सरकार की प्राथमिकता ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं को मजबूत करना है. सभी अधिकारी योजनाओं को समय पर और गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण करें. लापरवाही या देरी की स्थिति में विभागीय कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी.
वित्तीय वर्ष 2024-25 एवं 2025-26 की योजनाओं की समीक्षा:
उपायुक्त ने बैठक में एससीए, एडीएफ, अनाबद्ध एवं सीएसआर मद के अंतर्गत स्वीकृत एवं आवंटित योजनाओं की प्रगति रिपोर्टों का विस्तार से अवलोकन किया. एजेंसीवार और मदवार समीक्षा के दौरान उन्होंने जहां आवश्यक समझा, वहां सुधारात्मक कदम उठाने का निर्देश दिया. समीक्षा के क्रम में गुदड़ी प्रखंड के टोमडेल पंचायत में विशेष केंद्रीय सहायता निधि के अंतर्गत निर्माणाधीन सड़क कार्य पर विशेष चर्चा हुई. उपायुक्त ने कार्यपालक अभियंता, विशेष प्रमंडल चाईबासा को निर्देश दिया कि यह परियोजना 15 जनवरी 2026 तक पूर्ण कर ली जाए, ताकि ग्रामीणों को शीघ्र सड़क सुविधा मिल सके.16 पुलिस पिकेट व कैंप में सोलर पावर प्लांट अधिष्ठापन जारी:
विशेष केंद्रीय सहायता निधि से संचालित एक अन्य महत्वपूर्ण योजना के तहत जिले के दूरस्थ क्षेत्रों में स्थित 16 पुलिस पिकेट और कैंपों में सोलर पावर प्लांट स्थापित किये जा रहे हैं. इनमें से 10 स्थानों पर कार्य पूर्ण हो चुका है, जबकि 6 स्थानों पर कार्य तेजी से जारी है. उपायुक्त ने कहा कि सभी स्थलों पर अधिष्ठापन कार्य को समय सीमा के भीतर पूर्ण किया जाए, ताकि पुलिस बलों को निर्बाध ऊर्जा आपूर्ति मिल सके.आकांक्षी जिला निधि की योजनाओं की समीक्षा:
बैठक में आकांक्षी जिला निधि के तहत क्रियान्वित योजनाओं की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति रिपोर्टों का विस्तृत विश्लेषण किया गया. उपायुक्त ने लक्ष्य अनुरूप प्रगति सुनिश्चित करने और समय पर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया.कुपोषण नियंत्रण अभियान को मिलेगी रफ्तार:
उपायुक्त ने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को सुझाव दिया कि आकांक्षी जिला निधि के तहत कुपोषण नियंत्रण एवं जनजागरुकता अभियान को और प्रभावी बनाया जाए. इसके तहत पंपलेट, पोस्टर आदि तैयार कर ग्रामीण इलाकों में व्यापक जागरुकता फैलायी जाए ताकि अधिक से अधिक परिवार इस अभियान से जुड़ सकें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

