चाईबासा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना व दलहन आत्मनिर्भरता मिशन की शुरुआत एनएएससी कॉम्प्लेक्स, पूसा (नयी दिल्ली) से की. योजना से देश के 100 जिलों को पहले फेज में जोड़ा गया है. इसमें झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम व सिमडेगा शामिल हैं. चाईबासा स्थित जिला कृषि विभाग के आत्मा सभागार में शनिवार को योजना के तहत कार्यक्रम हुआ. यहां मुख्य अतिथि उप विकास आयुक्त संदीप कुमार मीणा रहे. वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग से प्रधानमंत्री के संबोधन व योजना की जानकारी मिली. डीडीसी ने कहा कि यह खुशी व गर्व का विषय है कि पश्चिमी सिंहभूम अग्रणी जिला के रूप में कार्य कर रहा है. कृषि के विकास के लिए किसानों को सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेंगी. इस अवसर पर जिले के सभी प्रखंडों से लगभग 200 किसान, सभी प्रखंडों के ब्लॉक लेवल मैनेजर, असिस्टेंट टेक्निकल मैनेजर, ब्लॉक कृषि पदाधिकारी आत्मा व जिला कृषि विभाग के कर्मी मौजूद रहे.
योजना से मिलने वाली सुविधाएं
किसानों की आय वृद्धि, कृषि उत्पादकता में सुधार, किसानों को वित्तीय सुरक्षा, कृषि क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा, किसानों को बाजार से जोड़ा जायेगा, ग्रामीण अर्थव्यवस्था दुरुस्त, प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग कृषि के विकास में होगा. कार्यक्रम में जिला पशुपालन पदाधिकारी के मुंडरी, मत्स्य विभाग के उपनिदेशक मनोज कुमार ठाकुर, जिला मत्स्य पदाधिकारी नवीन कुमार, जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी हिमांशु राज, जिला उद्यान पदाधिकारी मनीष जांगिड़, जिला सहकारिता पदाधिकारी अमिता कुमारी आदि उपस्थित थे. संचालन उप परियोजना निदेशक विजय कुमार सिंह ने किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

