जैंतगढ़. क्योंझर जिले का एक महत्वपूर्ण पिकनिक स्पॉट है मृग सिंघा. ये पिकनिक स्पॉट प्रकृति का अनूठा उदाहरण है. झरना के साथ कल-कल करती धारा और चट्टानों का सीना चीर कर निकलती जलधारा सैलानियों को मंत्रमुग्ध करती है. चंपुआ प्रखंड अंतर्गत मृग सिंघा पिकनिक स्पॉट सैलानियों को खूब लुभा रहा है. वैतरणी की अमृतधारा, चट्टान के नीचे से बहता कल-कल करता पानी, हिरण की सिंघ की तरह बहती झरना, नदी के बगल में एक ओर कतारबद्ध चट्टान तो दूसरी ओर बिछी बालू की सफेद चादर. घाट के किनारे झाड़ीनुमा पौधे और चहचहाती पक्षी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं.
50 फीट ऊपर से गिरता है झरना का पानी:
यहां 50 फीट के एक चट्टान के नीचे से कल-कल करता पानी बहता है. झरनों से हर समय कल कल करती मधुरध्वनि निकलती है. यहां झारखंड, ओडिशा और बंगाल से लोग पिकनिक मनाने आते हैं.नदी में स्नान करते समय सावधानी बरतें :
कई जगह गड्ढे भी हैं. पानी घुमावदार है. चट्टानें फिसलन भरी हैं. नदी में स्नान करते समय सावधानी बरतें. बच्चों को अकेले पानी ने न उतरने दें. चंपुआ से 8 किमी का सफर कर जमदलक पहुंचें. वहां से बंको होते चार किमी का सफर कर मृग सिंघा पहुंचें. जोड़ा की ओर से आने वाले चिमला पहुंच कर वाहन से बंको होते चार किमी का सफर कर मृग सिंघा पहुंच जायेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

