चाईबासा.
पश्चिमी सिंहभूम जिले के सदर प्रखंड स्थित लगिया गांव में चयनित सहिया की जगह दूसरी महिला का तीन साल से काम करने व मंईयां योजना का लाभ उठाने का आरोप लगा है. इस संबंध में चयनित सहिया अनिता दास ने बीडीओ से मिलकर परेशानी बतायी. मामला स्वास्थ्य विभाग से संबंधित होने के कारण बीडीओ ने सदर अस्पताल में शिकायत का सुझाव दिया. महिला सदर अस्पताल में जाकर शिकायत की, लेकिन पहल नहीं हुई. उक्त महिला बच्चे के साथ सदर अस्पताल का चक्कर काटने को विवश है. लगिया गांव की महिला अनिता दास ने बताया कि उसने मंईयां योजना के लिए आवेदन किया था. 10 माह बाद पता चला कि उसके नाम (प्रोफाइल) से गांव की मालती सुंडी सहिया का काम कर रही है. वह मंईयां योजना का लाभ भी ले रही है. इसके बाद अनिता दास सदर अस्पताल पहुंची. डीपीसी प्रतिबाला सालिनी तिर्की को समस्या बतायी. डीपीसी ने बताया कि सहिया का काम जिला से नहीं हो रहा है. उसे प्रोफाइल बदलने का आश्वासन दिया. तीन दिन बाद बताया गया कि सहिया मालती सुंडी का मामला राज्य स्तरीय है. यहां की गलती नहीं है. उन्होंने बताया कि हाल में 70 सहियाओं का प्रोफाइल अपडेट होकर आया है. उन्होंने अनिता दास को बताया कि बीटीटी प्रभारी से बातकर उक्त गांव में फिर से सहिया का चुनाव कराना पड़ेगा.क्या है मामला
वर्ष 2023 में लगिया गांव में सहिया चयन के लिए ग्रामसभा हुई थी. इसमें अनीता दास और मालती सुंडी शामिल हुई. अनिता दास ने गांव में घूम-घूमकर सहयोग मांगा. वहीं, मालती सुंडी ने सहिया बनने की इच्छा जतायी. मालती सुंडी को सहिया चयन कर लिया गया. इधर, मालती सुंडी ने अनिता दास के एकाउंट व प्रोफाइल से मानदेय प्राप्त करती रही, बल्कि मंईयां सम्मान योजना का लाभ लेती रही.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

