फुसरो, करगली बाजार स्थित नवाखाली पाड़ा दुर्गा मंदिर में 77 वर्षों से पूजा हो रही है. यहां वर्ष 1948 से बंगाली परंपरा के अनुसार पूजा की जाती है. वर्ष 1950 से प्रतिमा स्थापित हो रही है. इस बार पंडाल व लाइट पर लगभग 70 हजार रुपये खर्च होंगे. पंडाल का निर्माण चलकरी बस्ती के एक टेंट हाउस द्वारा किया जा रहा है. प्रतिमाओं का निर्माण पं बंगाल के बाबू पाल व उनकी टीम द्वारा किया जा रहा है. प्रतिमाओं के निर्माण पर लगभग 28 हजार रुपये खर्च होंगे. यहां पूजा शुरू कराने में रमनी दत्ता, कार्तिक विश्वास, काली कुमार भट्टाचार्य, उमेश चक्रवर्ती, नेपाल दत्ता, हरी कुमार चक्रवर्ती, धनी गोपाल चक्रवर्ती, हरिकृष्णा मंजूमदार, गोपाल चक्रवर्ती, भूपति चक्रवर्ती आदि लोग शामिल थे. इस वर्ष पूजा को सफल बनाने में कमेटी के अध्यक्ष शिबू चटर्जी, उपाध्यक्ष जितेंद्र सिंह, गणेश गोस्वामी, सचिव अनुग्रह नारायण सिंह, संयुक्त सचिव धीरज पांडेय, अनिल कुमार साव, कोषाध्यक्ष सीतानाथ चक्रवर्ती आदि लगे हुए हैं.
साड़म मड़य टोला में 1970 से हो रहा आयोजन
ललपनिया. गोमिया प्रखंड अंतर्गत साड़म के मड़इ टोला में वर्ष 1970 से दुर्गा पूजा हो रही है. इस वर्ष भी पूजा को लेकर तैयारी जोर- शोर से चल रही है. शुरुआत से ही मंदिर संस्थापक पूर्व मंत्री माधव लाल सिंह समिति के संरक्षक रहते आये हैं. समिति के सह संरक्षक अभिषेक लाल सिंह, प्रकाश लाल सिंह, अध्यक्ष सहदेव सिंह, उपाध्यक्ष राजेश सिंह, सचिव अशोक कुमार राम, उपसचिव राजेश प्रसाद कोषाध्यक्ष राजकुमार प्रजापति, उप कोषाध्यक्ष प्रकाश सिंह, अंकेक्षक रोहित ठाकुर है. प्रतिमाओं का निर्माण साड़म के श्री श्याम आर्ट द्वारा किया जार हा है.
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