चंद्रपुरा, सीटीपीएस प्रबंधन और राजभाषा कार्यान्वयन उप समिति द्वारा आयोजित हिंदी पखवाड़ा सोमवार को संपन्न हुआ. समापन समारोह में वरिष्ठ अधिकारियों ने हिंदी पखवाड़ा के तहत आयोजित प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले और विजेताओं को पुरस्कृत किया. इसमें विनोद कुमार राय, मुकेश कुमार गुप्ता, अनिमेष गिरि, जय मुखर्जी, डॉ पीके घोष, लक्ष्मी नारायण साहू, नवीन कुमार लाल, सुजीत कुमार, राकेश कुमार, तापस कुमार मंडल, पार्थ गुई, पवन कुमार, अरविंद कुमार प्रसाद, अक्षय कुमार, तपन कुमार दास, अमिताभ घोष, रंजीत कुमार निराला, प्रदीप कुमार श्रीवास्तव, पूनम कुमारी, ललन प्रसाद गुप्ता, सत्येंद्र कुमार, संजीव कुमार, महेंद्र साव, रवि रंजन सिंह, कार्तिक कुमार महतो, रामजी रजक, बलदेव राम, रेखा शर्मा, निर्मल चंद्र कंसबनिक, सुमन कुमार, नमिता बासु आदि शामिल हैं.
विश्व पटल पर विशष्ट पहचान बनायेगी हिंदी : एचओपी
एचओपी विजया नंद शर्मा ने कहा कि हिंदी को उसके गौरवपूर्ण स्थान पर स्थापित करने का संकल्प लें. हिंदी न केवल राजभाषा के रूप में, बल्कि राष्ट्रभाषा के गौरव के साथ विश्व पटल पर अपनी विशिष्ट पहचान बनायेगी. डीवीसी कर्मी हिंदी का प्रयोग नियम या औपचारिकता के रूप में नहीं करें, बल्कि इसे अपनी पहचान और आत्मसम्मान का प्रतीक माने. वरिष्ठ महाप्रबंधक पीके मिश्रा ने कहा कि हिंदी विश्व के कई देश में प्रचलित है. देश में मजबूती के साथ स्थापित हो रही है. वरिष्ठ महाप्रबंधक (मानव संसाधन) डॉ डीसी पांडेय ने सभी भाषाओं में हिंदी को सर्वश्रेष्ठ बताया और कहा कि हिंदी को राजभाषा से राष्ट्रभाषा का दर्जा मिलने पर और अधिक गौरवान्वित महसूस करेंगे. वरिष्ठ महाप्रबंधक अविजीत घोष ने हिंदी भाषा को अपने कार्यों में शामिल करने का अनुरोध किया. डीवीसी प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक विनोद कुमार राय ने कहा कि हिंदी हमारे देश के माथे का तिलक है. उप महाप्रबंधक ललन प्रसाद गुप्ता, डॉ पीके घोष, राजकुमार चौधरी, राजीव रंजन आदि ने भी संबोधित किया. समारोह का संचालन अनिमेष गिरि ने किया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

