विनोद सिन्हा, चंद्रपुरा, सीटीपीएस के परियोजना प्रधान सह वरीय महाप्रबंधक वीएन शर्मा ने कहा कि आने वाले वर्षों में यहां कोल इंडिया के ज्वाइंट वेंचर में 800 मेगावाट की दो सुपर क्रिटिकल यूनिट वाला नया प्लांट बनाने की मंजूरी संबंधित विभाग से मिली है. आने वाले समय में नये प्लांट का स्वरूप दिखना शुरू हो जायेगा. बुधवार को प्रभात खबर से बातचीत में श्री शर्मा ने कहा कि नये प्लांट को लेकर यहां फिलहाल जियो टेक्निकल सर्वे का काम चल रहा है. सीटीपीएस की एग्जिस्टिंग जमीन में ही नया प्लांट लगाने की योजना है. यहां काफी पुरानी कॉलोनी है, जिसमें काफी संख्या में जर्जर क्वार्टर हैं. इनको हटा कर नये प्लांट के लिए जगह बनानी पड़ेगी. नया प्लांट बनने से आसपास के क्षेत्र का विकास होगा और भविष्य सुनहरा होगा. कहा कि सीटीपीएस के पुराने प्लांट के बंद होने के बाद नये प्लांट से उत्पादन क्षमता केवल 500 मेगावाट रह गयी है. वर्तमान में 250 मेगावाट की दो यूनिटों से उत्पादन किया जा रहा है. ओवरवायलिंग के लिए सात नंबर यूनिट से उत्पादन बंद किया गया है. दो-चार दिनों में इससे उत्पादन शुरू हो जायेगा. चंद्रपुरा थर्मल का स्विच यार्ड झारखंड के लिए इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि 1200 मेगावाट पावर ट्रांसमिशन इस स्विच यार्ड से होता है. इसमें कोई बाधा आने पर इस क्षेत्र में बिजली की गंभीर समस्या उत्पन्न हो सकती है.
दामोदर का अस्तित्व बनाये रखने को कटिबद्ध है सीटीपीएस
श्री शर्मा ने कहा कि डीवीसी का चंद्रपुरा थर्मल प्लांट पर्यावरण को सुरक्षित रखने के सभी मापदंडों को अपना रहा है. एफजीडी प्लांट बनाने की योजना थी, मगर सरकार द्वारा नियमों में बदलाव किये जाने के बाद इस योजना को रोक दिया गया है. दामोदर के अस्तित्व को बनाये रखने के लिए कटिबद्ध है. ऐश पौंड में सुदृढ़ीकरण का कार्य (बट रेसिंग) शुरू कर दिया गया है. इसके बाद पौंड का पूरी क्षमता के साथ उपयोग करेंगे और नदी में छाई जाने का खतरा भी नहीं रहेगा. बताया कि नये प्लांट के लिए एनवायरमेंटल क्लीयरेंस जरूरी है, इसलिए पौंड से छाई को पहले हटाया जायेगा. अभी रांची–कोलकाता एक्सप्रेस वे के लिए छाई की आवश्यकता है.
रिन्युबल एनर्जी के क्षेत्र में भी डीवीसी ने मजबूती से कदम बढ़ाया
श्री शर्मा ने कहा कि डीवीसी ने रिन्युबल एनर्जी के क्षेत्र में भी मजबूती से कदम बढ़ाया है. उच्च प्रबंधन ने चंद्रपुरा के वाटर रिजर्वायर में 10 मेगावाट क्षमता का फ्लोटिंग सोलर काॅन्ट्रेक्ट अवार्ड किया है. इसका कार्य जल्द शुरू हो जायेगा. प्रबंधन की कोशिश है कि पुराने वाहनों को हटा कर इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाया जाये. डीवीसी हेडक्वार्टर में सभी गाड़ियां इलेक्ट्रिक हैं. रूफ टॉप सोलर का निर्माण की ओर भी हम अग्रसर है. पहले प्लांट एरिया में रूफ टॉप सोलर लगना है, जिसके लिए रेट कॉन्ट्रेक्ट भी हो चुका है.आवासीय कॉलोनी में सोलर पैनल लगाया जायेगा. कहा कि सीएसआर के तहत परियोजना से सटे क्षेत्रों का विकास किया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

