ललपनिया, स्थानीय बेरोजगार संघर्ष समिति की ओर से रविवार को पलिहारी गुरुडीह पंचायत सचिवालय में प्रेस वार्ता कर आइइपीएल ओरिका कंपनी पर स्थानीय युवाओं की उपेक्षा का आरोप लगाया गया. अध्यक्ष प्रवीण कुमार ने कहा कि कंपनी द्वारा सरकार के नियम के अनुसार 75 फीसदी राेजगार स्थानीय युवाओं को नहीं दिया जा रहा है. कंपनी द्वारा सीएसआर फंड से किये जा रहे कार्यों की प्रशासनिक जांच हो. बारूद कारखाने की संवेदनशीलता को देखते हुए प्राइवेट गार्ड की जगह सीआइएसएफ की तैनाती होनी चाहिए. समिति की ओर से कोनार नदी के पानी के उपयोग की समीक्षा, विस्फोटक परीक्षण से घरों को हो रहे नुकसान की भरपाई, भूमिगत जल स्तर के नीचे गिरने की जांच और क्षेत्र में चोरी-छिपे हो रही बोरिंग पर प्रशासनिक निगरानी की मांग की गयी. कसवागढ़ मुख्य सड़क पर अतिक्रमण हटाने और अधिग्रहित भूमि की मापी फिर से शुरू कराने की मांग भी रखी. अध्यक्ष ने कहा कि यदि कंपनी ने मांगों को गंभीरता से नहीं लिया तो संघर्ष को और तेज किया जायेगा. मौके पर दीपक ठाकुर, अजय तिवारी, गौहर अंसारी और लक्ष्मण कुमार भी थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

