संजय मिश्रा, बोकारो थर्मल : नावाडीह प्रखंड की काछो पंचायत के बुटवरिया गांव स्थित आंगनबाड़ी केंद्र के जर्जर भवन के बरामदे की छत का एक हिस्सा शुक्रवार को भरभराकर गिर पड़ा. घटना के समय अंदर कमरे में 30 नन्हे-मुन्ने पढ़ रहे थे. सेविका कुंती देवी व सहायिका पोलिना देवी भी कमरे में ही मौजूद थीं. छत से मलबा गिरते ही बच्चों में अफरातफरी मच गयी. बच्चे और सेविका-सहायिका कमरे से तुरंत बाहर आ गये. उनके चेहरों पर दहशत साफ देखा जा सकता था. इस आंगनबाड़ी केंद्र में 32 बच्चे नामांकित हैं. बताते चलें कि केंद्र का भवन इतना जर्जर हो चुका है कि यह कभी भी ध्वस्त हो सकता है. शुक्रवार को जिस समय बरामदे का हिस्सा भरभरा कर गिरा, अगर नौनिहाल वहां खेलते-कूदते होते, तो स्थिति का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है. मामले में विभागीय अधिकारियों की अनदेखी सामने आयी है. असल में, कमरे की छत का प्लास्टर झड़ गया है बारिश में छत से पानी टपकता है. दीवारें फट गयी हैं.
सुपरवाइजर व सीडीपीओ को कई बार लिख चुकी हैं पत्र
सेविका कुंती देवी ने प्रभात खबर को बताया कि जर्जर भवन को लेकर आधा दर्जन से भी अधिक बार सुपरवाइजर और नावाडीह सीडीपीओ को पत्र लिख चुकी हैं. केंद्र का फोटो भी भेजा है. केंद्र की स्थिति को देखते हुए ग्रामीण भय से बच्चों को भेजना नहीं चाहते हैं. सुपरवाइजर कुंतल रानी ने कहा कि बुटवरिया आंगनबाड़ी केंद्र के भवन की स्थिति के बारे में लिखित सूचना सीडीपीओ और बीडीओ को दी गयी है. सेविका को फिलहाल किसी निजी मकान को किराये पर लेकर केंद्र चलाने को कहा गया है. इधर, डेगागढ़ा आंगनबाड़ी केंद्र के भवन की स्थिति भी जर्जर है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है