तेनुघाट/नावाडीह. बोकारो लाठी चार्ज की घटना के खिलाफ बेरमो अनुमंडल विस्थापित मोर्चा की ओर से शुक्रवार को तेनुघाट में बीएसएल प्रबंधन का पुतला जलाया गया. इससे पूर्व बैठक कर लाठी चार्ज में हुई विस्थापित युवक की मौत पर शोक जताया. वक्ताओं ने कहा कि सीआइएसएफ द्वारा बिना प्रशासनिक अनुमति के विस्थापितों पर लाठी चार्ज नयी बात नहीं है. लेवाटांड़ गोलीकांड अभी भी याद है. कानून को अपने हाथ में लेकर गोली और लाठी चलाने के लिए सीआइएसएफ सीधे तौर पर दोषी है. आपराधिक मुकदमा दर्ज कर दोषियों की गिरफ्तारी हो. ऐसा नहीं हुआ तो आंदोलन तेज करेंगे. राज्य सरकार विधानसभा समिति द्वारा जांच करा कर दोषियों को कड़ी सजा दिलाये. मृत युवा के आश्रित को सेल में सीधी नियुक्ति और 25 लाख रुपया मुआवजा दिया जाये. घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था हो. मौके पर संगठन के अध्यक्ष उमा चरण रजवार, सचिव दीपचंद गोप, पवन ठाकुर, प्रदीप ठाकुर, लाल बहादुर शर्मा, ललकु यादव, गौरीशंकर सिंह, मधुसूदन साह, पप्पू नायक, राजेश नायक, राजेश ठाकुर, सोहन गंजू, संतोष रजवार, संजय रजवार, उत्तम बेसरा, सहित कई लोग उपस्थित थे. देवी महतो इंटर कॉलेज के समीप आजसू की ओर से शुक्रवार की सुबह नावाडीह-फुसरो मुख्य मार्ग को जाम कर दिया गया. इसके कारण सड़क के दोनों तरफ गाड़ियां की कतारें लग गयी. जिला उपाध्यक्ष मोहन महतो के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. बीएसएल कंपनी व राज्य सरकार के विरोध में नारेबाजी की गयी. मौके पर सांसद प्रतिनिधि भागीरथ महतो, दीपक कुमार, विजय कुमार, जगरनाथ कुमार, सावन कुमार ,कृष्ण महतो, संदीप कुमार, बिरसा महतो, मनोज महतो आदि मौजूद थे.
चंद्रपुरा में दिखा बंदी का असर
चंद्रपुरा. बोकारो में शुक्रवार को की गयी बंदी का असर चंद्रपुरा में भी दिखा. यहां से पढ़ाई के लिए विद्यार्थी व काम करने लोग बोकारो नहीं जा सके. बुढ़ीडीह में दामोदर नदी पुल के बोकारो साइड में आंदोलनकारियों ने रोड जाम कर दिया था. इसके कारण लोग ना तो बोकारो की ओर जा पाये और ना ही बोकारो की ओर से लोग चंद्रपुरा आ पाये. केंद्रीय विद्यालय चंद्रपुरा के कई शिक्षक सुबह स्कूल तो आ गये, लेकिन जाम के कारण वापस नहीं जा सके. इधर, चंद्रपुरा व दुगदा में स्टेट बैंक की शाखाएं भी सुरक्षा के मद्देनजर बंद रखी गयी.
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