बोकारो थर्मल, बेरमो हाइवा कोयलांचल ऑनर एसोसिएशन बेरमो व विस्थापितों का 35 दिन से चल रहे आंदोलन के कारण बोकारो थर्मल के नूरी नगर स्थित डीवीसी के ऐश पौंड से छाई की ट्रांसपोर्टिंग ठप है. एक नंबर पौंड में ही पावर प्लांट से छाई युक्त पानी गिराया जा रहा है और यह भरने के कगार पर है. इसके बाद दो नंबर पौंड में का उपयोग किया जायेगा. बीटीपीएस के एचओपी सुशील कुमार अरजरिया ने कहा कि आंदोलन समाप्त नहीं किया गया तो पावर प्लांट को चलाने में काफी परेशानी होगी. दो नंबर पौंड 20-25 दिनों में भर जायेगा. इसके बाद प्लांट से उत्पादन बंद करना पड़ेगा. बल्करों से ड्राई ऐश ले जाने का काम भी बंद कर दिया गया है.
आंदोलनकारियों ने आगे की रणनीति पर किया विचार-विमर्श
फुसरो नगर. इधर, आंदोलनकारी भंडारीदह-चंद्रपुरा सड़क मार्ग के ऐश पौंड संपर्क पथ के समीप टेंट लगा कर आंदोलन में डटे हैं. इसके कारण डीवीसी के चंद्रपुरा तथा बोकारो थर्मल से होने वाली छाई ट्रांसपोर्टिंग बंद है. मंगलवार को आंदोलनकारियों ने आगे की रणनीति पर विचार-विमर्श किया. कहा कि जब तक मांगों पर पहल नहीं की जायेगी, आंदोलन जारी रहेगा. एसोसिएशन के अध्यक्ष गुलेश्वर महतो, महासचिव अंशु राय व उपाध्यक्ष मुन्ना कुमार ने कहा कि छाई ट्रांसपोर्टिंग में लगी कंपनियां स्थानीय हाइवा मालिकों व मजदूरों को सुविधाएं नहीं दे रही हैं. हाइवा अंडर लोड़ चलाया जाये तथा प्रति किमी प्रति टन 10 रुपये भाड़ा बढ़ाया जाये. बाहर की गाड़ियों पर रोक लगायी जाये, क्योंकि काम के अभाव में स्थानीय 500 हाइवा खड़े हैं. मौके पर विस्थापित अनिल मुर्मू, दिनेश किस्कू, रवि हांसदा, रितेश मुर्मू, दीनानाथ मुर्मू, मोहन हेंब्रम, राकेश सोरेन, महेश सिंह, संजय मुर्मू, एसोसिएशन के मुन्ना विश्वकर्मा, अरुण कुमार, आजार बाउरी, मो युसूफ, सूरज महतो, कादिर, सुमित कुमार, अजय कुमार, कुणाल महतो, युगल साव, त्रिलोकी यादव, संजय साव, राजेश कुमार ठाकुर, मो नसीम आदि उपस्थित थे.
आंदोलन से ऐश पौंड के मजदूर को नही मिल रहा है कामइधर, दूसरी तरफ एसोसिएशन के आंदोलन के कारण सीटीपीएस तथा बीटीपीएस के ऐश पौंड में कार्य करने वाले मजदूर काम से बैठ गये हैं. सीटीपीएस के ऐश पौंड में 42 तथा बीटीपीएस के ऐश पौंड में 54 मजदूर कार्यरत हैं, जिन्हें फिलहाल रोजगार नही मिल रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

