तेनुघाट, सीसीएल स्वांग वाशरी में 182 मजदूरों के नियोजन के मामले को लेकर बेरमो एसडीएम मुकेश मछुवा ने मंगलवार को अपने कार्यालय में सीसीएल कथारा स्वांग के एचआर प्रबंधक समीराज, पीओ बैकुंठ मोहन बाबू और झारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन के नेता मुमताज आलम सहित मजदूरों के साथ बैठक की. पेयजल मंत्री योगेंद्र प्रसाद के आप्त सचिव कपिल कुमार महतो भी मुख्य रूप से उपस्थित थे. एसडीएम ने सीसीएल के अधिकारियों को जम कर फटकार लगायी और मजदूरों के हितों से खिलवाड़ नहीं करने की नसीहत दी. कहा कि दो सप्ताह के अंदर कथारा स्वांग वाशरी में बूटकी बाई व अन्य मजदूरों काे नियोजन नहीं दिया तो संबंधित अधिकारियों पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी. काफी दिनों से मामला लंबित है.
सीसीएल अधिकारी ने बताया कि मजदूरों के नियोजन का प्रस्ताव मुख्यालय भेज दिया गया है. संभव है कि दो सप्ताह के अंदर निष्कर्ष आ जायेगा. बैठक में लखींद्र नाग, मजदूर बुटकी बाई, अशोक कुमार शर्मा, परशुराम महतो, जानकी महतो, जाकिर अंसारी, लकीराम महतो, नीलकंठ धोबी, कार्तिक भुईयां, कुंदन भुइयां, चंदन भुइयां, राजा भुइयां अनिल भुइयां, सचिंद्र भुइयां, मुमताज अंसारी, बासुदेव महतो, गौतम भुइयां, हाशिम रजा, महेंद्र रजक, किट्टू रविदास, टेकलाल प्रजापति, कैला गंझु, अरविंद सिन्हा, पीतांबर राम आदि उपस्थित थे.वर्ष 2010 से मजदूर लड़ रहे हैं लड़ाई
वर्ष 2010 से मजदूर नियोजन की मांगा को लेकर लड़ाई लड़ रहे हैं. इस दौरान मजदूरों के साथ प्रबंधन की कई बार बैठक भी हुई. मजदूर हड़ताल पर भी बैठे. उच्च न्यायालय के निर्देश के बावजूद मामले का समाधान नहीं हो सका है. जबकि पूर्व में गड़बड़ी करने वाले दो लोगों को दो वर्ष की सजा भी हो चुकी है. मजदूर नेता मुमताज आलम ने बताया कि वर्ष 2010 में सीसीएल स्वांग वाशरी में 324 मजदूरों को नियोजन देने का निर्देश दिया गया था. लेकिन कुछ यूनियन नेताओं और सीसीएल के अधिकारियों की मिलीभगत से इनके स्थान पर फर्जी लोगों को नियोजन दे दिया गया. इसके बाद मामला कोर्ट में गया और फर्जी तरीके से बहाल लोगों को बर्खास्त कर दिया गया और सही लोगों को बहाल करने का निर्देश दिया गया. मुमताज आलम ने बताया कि 182 मजदूरों काे नियोजन दो सप्ताह में नहीं दिया गया तो भूख हड़ताल करेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

