गांधीनगर, गांधीनगर थाना क्षेत्र के जरीडीह ऊपर बाजार कलाली रोड स्थित कावेरी मैरिज पैलेस और उसके समीप स्थित गोदाम में अवैध आर्म्स फैक्ट्री के उद्भेदन और अवैध अंग्रेजी शराब जब्ती मामले को लेकर शुक्रवार को बोकारो एसपी हरविंदर सिंह ने स्थल का निरीक्षण किया. बेरमो डीएसपी वशिष्ठ नारायण सिंह, बेरमो थाना के इंस्पेक्टर रोहित कुमार सिंह, गांधीनगर थाना प्रभारी धनंजय कुमार सिंह से कई जानकारी ली. इसके बाद गांधीनगर थाना पहुंचे और आर्म्स बनाने के लिए उपयोग किये जाने वाले सामान और जब्त शराब का अवलोकन किया.
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि रिहायशी इलाके में इस तरह के अवैध धंधे का संचालन होना पुलिस के लिए शॉकिंग है. स्थानीय लोगों द्वारा भी इसकी शिकायत नहीं की गयी. सूचना तंत्र को और मजबूत किया जायेगा. इस अवैध कारोबार में शामिल लोग बख्शे नहीं जायेंगे. उन्हें पकड़ने के लिए भी पुलिस प्रयासरत है. जल्द ही परिणाम दिखेगा. मैरिज हॉल को सील किया जायेगा या नहीं, जल्द पता चल जायेगा. एसपी ने कहा कि कोलकाता एसटीएफ द्वारा अवैध हथियार को लेकर कार्रवाई की जा रही थी. इसी दौरान झारखंड एटीएस के साथ मिलकर विगत दिनों धनबाद में भी कार्रवाई की गयी थी. इसी के आलोक में यहां इस तरह की फैक्ट्री होने का पता चला. इसके बाद स्थानीय पुलिस के सहयोग से कार्रवाई की गयी.गिरफ्तार आरोपियों में एक बिहार के मुंगेर का तथा एक खगड़िया का
कावेरी मैरिज हॉल के मालिक सूरज साव को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है. लेकिन अवैध हथियार बनाते गिरफ्तार किये गये दो लोगों में एक प्रवीण कुमार (52 वर्ष) बिहार के मुंगेर तथा दूसरा केशव कुमार ( 28 वर्ष) खगड़िया जिला का रहने वाला है. प्रवीण कुमार पर मुंगेर तथा कदमकुआं के विभिन्न थानों में छह आपराधिक मामले दर्ज हैं. केशव का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है.शाम में मैरेज हॉल के बड़े गेट को कर दिया जाता था बंद
पुलिस के अनुसार बरामद की गयी सामग्री में पिस्तौल बनाने वाला लेथ मशीन व अन्य तीन बड़े उपकरण, छह अर्ध निर्मित पिस्टल, गोदाम से एक लाख रुपया नगद, छह अर्ध निर्मित पिस्टल का खुला स्लाइडर, नौ पिस्तौल का ढांचा, 13 स्लाइड बैरल बनाने वाला प्लेट, तीन स्क्रैप प्लेट तथा काफी संख्या में छोटे-बड़े उपकरण और 40 कार्टन केन वियर, अवैध सामग्री तथा केमिकल हैं. जब्त लेथ मशीन और दो अन्य भारी मशीनों को लाने के लिए पुलिस को सीसीएल के एकेके ओसीपी परियोजना से किरान मशीन लानी पड़ी. किरान से लेथ मशीन को थाना परिसर में उतारा गया. उक्त लेथ मशीन को जरीडीह से ट्रैक्टर थाना लाया गया था. इधर, स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मैरिज हॉल की आड़ में इस तरह के धंधे का संचालन की सूचना नहीं थी. शाम में सात बजे बड़े गेट को बंद कर दिया जाता था, सिर्फ छोटे गेट से ही लोग आना-जाना करते थे, इसलिए अंदर की गतिविधियों के बारे में लोगों को पता नहीं चल पाता था. मैरिज हॉल को लोग शादी समारोह के लिए बुक भी करते थे, परंतु इस अवैध धंधे के बारे में किसी को भनक तक नहीं लगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

