बेरमो / फुसरो, शारदीय नवरात्र को लेकर पूरे बेरमो में भक्ति, उत्साह और उमंग का माहौल है. रविवार को घरों में लोगों ने मां दुर्गा के छठे स्वरूप मां कात्यायनी की पूजा की. रविवार की शाम को फुसरो शहर के विभिन्न पूजा पंडालों में संध्या आरती के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. मंदिरों और पंडालों में सोमवार की सुबह कल्पारंभ व बेलवरण की पूजा होगी. नवपत्रिका स्नान व जलयात्रा निकलेगी. इसके बाद देवी का आमंत्रण और अधिवास होगा.
इधर, पूजा को लेकर कई पूजा पंडालों में लगने वाले मेला को भी अंतिम रूप दे दिया गया है. सड़कों की सफाई का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है. बेरमो के प्रमुख बाजारों में पूजा को लेकर खरीदारों की भीड़ दिख रही है. खासकर कपड़े की दुकानों में सुबह से लेकर देर रात कर भीड़ लग रही है. दुर्गा पूजा को लेकर शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक उत्साह दिख रहा है. बेरमो, नावाडीह, चंद्रपुरा, कसमार, पेटरवार, गोमिया, खैराचातर, महुआटांड़ के ग्रामीण क्षेत्रों में षष्ठी से दशमी तक पूजा की धूम रहती है. ग्रामीण क्षेत्रों में पारंपरिक तरीके से पूजा की जाती है. कहीं वैष्णवी पूजा होती है, तो कहीं बलि देने की प्रथा है. जहां वैष्णवी पूजा होती है, वहां प्रतिमा विसर्जन तक लोग मांसाहार नहीं खाते हैं.बेलवरण के लिए निकाली गयी जलयात्रा
फुसरो. करगली बाजार स्थित नावाखाली पाड़ा दुर्गा मंदिर से रविवार को बेलवरण के लिए जलयात्रा निकाली गयी. ढोल नगाड़े के साथ श्रद्धालु दामोदर नदी तट पहुंचे. जहां कोलाबोऊ स्नान के बाद कलश में जल भरा गया. आरती की गयी. इसके बाद पूजा पंडाल में कोलाबोऊ को प्रतिष्ठापित किया गया. जल यात्रा में पंडित कुमोद बंधु भट्टाचार्य, मंटू भट्टाचार्य, अनादी चटर्जी, कमेटी के अध्यक्ष शिबू चटर्जी, उपाध्यक्ष जितेंद्र सिंह, गणेश गोस्वामी, सचिव अनुग्रह नारायण सिंह, संयुक्त सचिव धीरज पांडेय, अनिल कुमार साव, कोषाध्यक्ष सीतानाथ चक्रवर्ती आदि शामिल थे. गांधीनगर. कोनार नदी के तट पर स्थित बनासो मंदिर जारंगडीह में नवरात्रि को लेकर रोजाना पूजा व अनुष्ठान हो रहा है. रविवार को मां कात्यायनी की पूजा हुई. पुजारी विजय पांडे ने अनुष्ठान कराया. इसके बाद प्रसाद वितरण किया गया.
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