फुसरो. सीसीएल ढोरी एरिया जीएम रंजय सिन्हा के निजी सचिव सीसीएल कर्मी आनंद नारायण वर्मा की मौत शुक्रवार को हो गयी. परिजनों ने बताया कि तबीयत खराब रहने के कारण 11 अप्रैल से वह छुट्टी में थे. करगली बाजार स्थित आवास में शुक्रवार को तबीयत ज्यादा खराब हो गयी तो केंद्रीय अस्पताल ढोरी ले गये. चिकित्सकों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया. इधर, शव को चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम कराने के लिए बेरमो पुलिस को सौंप दिया. जबकि परिजन सहित श्रमिक संगठनों के पदाधिकारी पोस्टमार्टम नहीं कराने की मांग करते रहे. श्रमिक संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि वह इसी अस्पताल के चिकित्सक की सलाह पर घर में आराम कर रहे थे तो शव का पोस्टमार्टम कराने की आवश्यकता नहीं है. अस्पताल प्रभारी डॉ संजय कुमार सिन्हा ने कहा कि मौत घर में हुई है, इसके कारण यहां से मृत्यु प्रमाण पत्र में मृत्यु का कारण नहीं दिया जा सकता है. इसलिए पोस्टमार्टम जरूरी है. बाद में पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शव को चास भेज दिया.
वर्ष 2029 में होने वाले थे सेवानिवृत्त
जीएम रंजय सिन्हा ने स्व वर्मा की पत्नी आशा वर्मा को उनके आवास जाकर इबीएफ के 1.25 लाख रुपया का चेक दिया तथा एलसीएस के 1.56 लाख रुपये का पेपर दिया. स्व वर्मा की दो पुत्री शिवानी वर्मा व सलोनी वर्मा हैं. यूनियन प्रतिनिधियों ने मृतक के आश्रित को नियोजन देने की मांग प्रबंधन से की. इस पर सहमति बन गयी. परिजनों ने बताया कि स्व वर्मा सीसीएल ढोरी में वर्ष 1988 से कार्यरत थे और वर्ष 2029 में सेवानिवृत्त होने वाले थे. सीसीएल के एसओइएंडएम गौतम मोहंती, कार्मिक प्रबंधक सीताराम उइके, तौकीर आलम, केंद्रीय अस्पताल के डॉ पुनीत कुमार, यूनियन प्रतिनिधि शिवनंदन चौहान, बृज बिहारी पांडेय,उत्तम सिंह, राकेश सिंह, गणेश मल्लाह, ओम शंकर सिंह, कैलाश ठाकुर, धीरज पांडेय, भोली सिंह, सीएस प्रसाद आदि अस्पताल पहुंचे और घटना पर शोक जताया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है