फुसरो, चंद्रपुरा थाना क्षेत्र अंतर्गत शारदा कॉलोनी निवासी 17 वर्षीय शोलंकी विश्वकर्मा उर्फ सोनू के मौत मामले का उद्भेदन नौ दिन बाद भी नहीं होने पर परिजनों व कॉलोनी के लोगों ने रोष जताया है. बुधवार को प्रेस वार्ता कर न्याय की गुहार लगायी गयी. मृतक के पिता आशीष कुमार ने कहा कि पुलिस अपना काम सही ढंग से नहीं कर रही है. मेरे बेटे की हत्या कर फंदे पर लटकाया गया है. पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर इसे आत्महत्या का मामला साबित करने पर लगी है. आरोपियों को बचाया जा रहा है. कहा कि बेरमो के विधायक ने न्याय दिलाने के दिशा में पहल नहीं की. हत्यारों को पुलिस गिरफ्तार करें, नहीं तो परिवार व कॉलोनी के लोग धरना देंगे. कहा कि मेरा बेटा जिस दुकान में काम करता था, उसके मालिक ने कहा कि वह दुकान पर नहीं आया था. जबकि वह दुकान पर गया था. मामले को लेकर पुलिस को कई सबूत भी दिये गये हैं. इसके बाद भी पुलिस मामले को उलझा रही है.
मृतक की मां ने कहा
मृतक की मां राधा देवी ने बिलखते हुए कहा कि जब तक हत्यारे पकड़े नहीं जायेंगे, न्याय के लिए आवाज उठाते रहेंगे. पुलिस का रवैया देख कर लगता है कि कानून बड़े लोगों के लिए है. गरीबों की सुनने वाला कोई नहीं है. पुलिस कह रही है कि शोलंकी ने आत्महत्या की है, जबकि फंदे से लटके होने के दौरान उसके पैर जमीन से सटे थे. उसका शरीर को केमिकल से जलाया गया था. परिजनों ने बताया कि शोलंकी फुसरो के श्याम मोबाइल में काम करता था. तीन दिन से वह काम पर नहीं जा रहा था. श्याम मोबाइल के मालिक के कहने पर पांच नंबर धौड़ा निवासी अंशु और फुसरो निवासी करण कुमार 31 मई को उसे घर बुलाने आया था. इसके बाद वह काम पर गया था और चार मई को उसका शव शारदा कॉलोनी सीआइएसएफ बैरक के पीछे जंगल में पेड़ से लटका हुआ मिला था. मौके पर अश्विनी कुमार, लकी कुमार, हेमंत करमाली, श्रुति कुमारी, दीपक बाउरी, आकाश मालाकार, अजय जायसवाल, बिजेंद्र गुप्ता, विनोद सिंह, गुड़िया देवी, डोली कुमारी, रोशन कुमार, संजू कुमार, विशाल तुरी, अजय बाउरी, कमला देवी, मीना देवी, शीला देवी, जीत कुमार, पप्पू सिंह, मीना देवी, पूजा कुमारी, निशा कुमारी, रानी कुमारी, भागवत बीपी, जयदेव बाउरी आदि मौजूद थे.
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