गांधीनगर, कोयलांचल विस्थापित संघर्ष मोर्चा की ओर बैदकारो स्थित कार्यालय में प्रेस वार्ता की गयी. केंद्रीय अध्यक्ष वतन महतो ने कहा कि सीसीएल की कारो परियोजना के विस्तार के क्रम में बैदकारो मौजा में की जा रही पेड़ों की कटाई का विरोध जारी रहेगा. ग्रामीण चिपको आंदोलन को जारी रखेंगे. गांव वालों की लड़ाई प्रबंधन और प्रशासन से है. एक माह से चल रहे इस आंदोलन व अन्य मुद्दों को लेकर 13 अगस्त को एरिया के जीएम व अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में मोर्चा की वार्ता हुई थी. सीसीएल प्रबंधन का जवाब सकारात्मक नहीं था. प्रबंधन ग्राम सभा की जानकारी उपलब्ध नहीं करा सका. वर्ष 2019 में ग्राम सभा का बहिष्कार हुआ था और ऐसे में स्टेज वन व टू की पर्यावरणीय स्वीकृति कैसे दी गयी. सीसीएल प्रबंधन ग्राम सभा में ग्रामीणों की सहमति ले और उनका हक दे.
मारपीट और महिलाओं से अभद्र व्यवहार करने का आरोप
कहा कि कोयलांचल विस्थापित सेवा समिति सीसीएल प्रबंधन के साथ मिलकर पेड़ों की कटाई का समर्थन कर रही हैं. इनके पदाधिकारी मोर्चा के नेताओं के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं. वर्ष 91-92 में कारो परियोजना के विस्तार के क्रम में कारो के 90 लोगों को नौकरी दी गयी थी, जिसमें से 40 लोग फर्जी हैं. ऐसे पांच लोगों को बर्खास्त भी किया गया है और अन्य की जांच चल रही है. मोर्चा के सचिव अहमद हुसैन ने कहा कि 20 अगस्त को पेड़ कटाई का समर्थन करने वालों ने मेरे साथ मारपीट की और महिलाओं से अभद्र व्यवहार किया. इस पर प्रशासन चुप है. समिति के अध्यक्ष सूरज महतो ने कहा कि जंगल उजाड़ने के पहले सीसीएल प्रबंधन ने वन अधिकार समिति की सहमति भी नहीं ली है.
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